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रोहतक PGI में मेडिकल छात्र की आत्महत्या की कोशिश, मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल

रोहतक PGI में एक मेडिकल छात्र ने आत्महत्या की कोशिश की, जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। छात्र की स्थिति अब स्थिर है, लेकिन इस घटना ने PGI प्रशासन और पुलिस को सतर्क कर दिया है। यह घटना मेडिकल शिक्षा के दबाव और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता को उजागर करती है। प्रशासन जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठाने की योजना बना रहा है। जानें इस घटना के पीछे के कारण और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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रोहतक PGI में मेडिकल छात्र की आत्महत्या की कोशिश, मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल

रोहतक PGI में छात्र की आत्महत्या की कोशिश

रोहतक PGI छात्र की दुखद घटना: हाथ की नस काटने के बाद ट्रॉमा सेंटर में भर्ती: हरियाणा के रोहतक PGI में एक द्वितीय वर्ष के मेडिकल छात्र की एक गंभीर घटना ने सभी को हिला दिया है। शुक्रवार की सुबह, इस छात्र ने अपने हॉस्टल में हाथ की नस काट ली, जिसके बाद उसे तुरंत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।


वर्तमान में उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है, और डॉक्टर उसकी देखरेख कर रहे हैं। इस घटना ने न केवल PGI प्रशासन और पुलिस को सतर्क किया है, बल्कि यह मेडिकल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर चिंताएं पैदा कर रही है। रोहतक PGI छात्र की आत्महत्या की कोशिश


थाना प्रभारी महेश कुमार ने जानकारी दी कि छात्र का नाम उत्पल कान्त है, जो PGI के बॉयज हॉस्टल में निवास करता था। उत्पल ऑर्थो डिपार्टमेंट में पढ़ाई कर रहा है। यह घटना शुक्रवार सुबह लगभग 3 बजे हुई, जब उसने अपने हाथ की नस काट ली।


हॉस्टल के अन्य छात्रों और स्टाफ ने तुरंत उसे ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां समय पर इलाज से उसकी जान बच गई। पीएमओ के अनुसार, उत्पल अब खतरे से बाहर है, लेकिन उसे चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया है।


पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उत्पल ने यह कदम क्यों उठाया। थाना प्रभारी ने कहा कि आगे की कार्रवाई बयानों और तथ्यों के आधार पर की जाएगी।


PGI प्रशासन भी इस घटना को गंभीरता से ले रहा है और छात्रों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठाने की योजना बना रहा है। यह घटना मेडिकल शिक्षा के दबाव और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता की आवश्यकता को उजागर करती है।


लोगों से अपील की जाती है कि वे इस तरह की घटनाओं के प्रति संवेदनशील रहें और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को खुलकर साझा करें। रोहतक PGI और पुलिस इस मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य कर रहे हैं।


छात्रों और उनके परिवारों से अनुरोध है कि वे किसी भी तनाव या परेशानी में हेल्पलाइन नंबरों या काउंसलिंग सेवाओं का सहारा लें। यह समय है जब हम एकजुट होकर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मिलकर प्रयास करें।