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रोहतक में स्मार्ट स्ट्रीट लाइटों का बदलाव, हर महीने 15 लाख की बचत

रोहतक शहर में नगर निगम ने 20,000 से अधिक स्ट्रीट लाइटों को बदलने का निर्णय लिया है, जिससे हर महीने 15 लाख रुपये की बिजली की बचत होने की उम्मीद है। नई एलईडी लाइटों के साथ एक सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल सिस्टम भी स्थापित किया जाएगा। यह योजना 'दिव्य नगर' के तहत लागू की जा रही है, जिसमें राज्य सरकार और नगर निगम दोनों का योगदान होगा। जानें इस योजना के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
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रोहतक में स्मार्ट स्ट्रीट लाइटों का बदलाव, हर महीने 15 लाख की बचत

हरियाणा के रोहतक में नई स्ट्रीट लाइटों का आगाज़

हरियाणा समाचार: रोहतक शहर के निवासियों के लिए एक सकारात्मक समाचार है। एक स्थानीय समाचार पत्र के अनुसार, शहर की गलियों को और अधिक रोशन और स्मार्ट बनाने की योजना बनाई गई है। नगर निगम ने 20,000 से अधिक स्ट्रीट लाइटों को बदलने का निर्णय लिया है।


33 करोड़ रुपये का टेंडर जारी

सूत्रों के अनुसार, नई एलईडी लाइटों के साथ एक सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल और मॉनिटरिंग सिस्टम (CCMS) पैनल भी स्थापित किया जाएगा, जिससे सभी लाइटों की निगरानी कंट्रोल रूम से की जा सकेगी। इस परियोजना के लिए नगर निगम ने 33 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है। यह योजना 'दिव्य नगर' के अंतर्गत लागू की जा रही है, जिसमें 50 प्रतिशत राशि राज्य सरकार और 50 प्रतिशत नगर निगम द्वारा प्रदान की जाएगी।


हर महीने 15 लाख रुपये की बचत

जानकारी के अनुसार, वर्तमान में शहर में लगभग 40,000 स्ट्रीट लाइटें हैं। पुरानी लाइटें 150 से 400 वॉट की हैं, जिन्हें बदलकर 30 से 150 वॉट की एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। इससे हर महीने 30 प्रतिशत बिजली की बचत होने का अनुमान है, जिससे नगर निगम को हर महीने 15 लाख रुपये का सीधा लाभ होगा। इसके साथ ही, शहर में 252 नए पोल भी लगाए जाएंगे, जिसके लिए निगम जल्द ही वर्क ऑर्डर जारी करेगा।


15 साल पुरानी लाइटों का बदलाव

रिपोर्ट के अनुसार, रोहतक में 15 साल पहले सोडियम और कंपैक्ट फ्लोरोसेंट लाइटें लगाई गई थीं, जो अब तक कार्यरत थीं। निगम की टीमों ने इन लाइटों को बदलने के लिए पहले सर्वेक्षण किया था, और पाया कि सोडियम और कंपैक्ट फ्लोरोसेंट लाइटें नई लाइटों की तुलना में अधिक बिजली का उपयोग करती हैं। अब इन लाइटों को बदलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।