लखनऊ में नो हेलमेट नो फ्यूल अभियान: सड़क सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने की कोशिश

लखनऊ में हेलमेट के बिना पेट्रोल नहीं
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 'नो हेलमेट नो फ्यूल' अभियान लगातार चल रहा है। इस दौरान, आवास विकास परिषद के निकट स्थित इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंप पर एक युवक बिना हेलमेट के स्कूटी लेकर आया। उसे बिना पेट्रोल दिए वापस भेज दिया गया। कुछ ही समय बाद, एक और युवक हेलमेट के बिना पहुंचा, जिसे सुनकर उसने अपनी डिग्गी से हेलमेट निकाल लिया। तेलीबाग क्षेत्र में तीन व्यक्तियों का चालान किया गया क्योंकि उनके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था।
इस अभियान के तहत कई ऐसे दृश्य देखने को मिल रहे हैं जो वाहन चालकों और परिवहन अधिकारियों दोनों के लिए शर्मनाक हैं। लोग अपने जीवन के प्रति इतने लापरवाह हैं कि हेलमेट नहीं पहनते, जबकि उन्हें पता है कि सड़क पर दुर्घटनाओं में सिर पर गंभीर चोट लगने से जान भी जा सकती है। परिवहन अधिकारियों की नियमित निगरानी की कमी के कारण इस अभियान का प्रभाव कम हो रहा है। यदि चौराहों और सड़कों पर नियमित निरीक्षण किया जाए, तो लोग हेलमेट पहनने लगेंगे, क्योंकि बिना हेलमेट के 1000 रुपये का चालान होता है।
सदर के हफीज अहमद ने अपनी गोल टोपी दिखाते हुए कहा कि यही उनका हेलमेट है। वहीं, कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें इस अभियान के बारे में जानकारी नहीं थी, इसलिए वे हेलमेट पहनकर नहीं आए। जिला पूर्ति विभाग ने 21 पेट्रोल पंपों पर इस अभियान को चलाया। उप परिवहन आयुक्त राधेश्याम, आरटीओ प्रवर्तन प्रभात कुमार पांडेय, एआरटीओ प्रवर्तन राजीव कुमार बंसल और जिला पूर्ति अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने सुबह 1090 चौराहे के पास इस अभियान की शुरुआत की। यह अभियान 30 सितंबर तक जारी रहेगा।
बिना हेलमेट सड़क हादसे
- 11 अप्रैल: दुबग्गा क्षेत्र में बाइक सवार सुधांशु पाल की मौत
- 22 जून: दुबग्गा मंडी के पास सड़क हादसे में अर्सलान की मौत
- 24 जुलाई: बख्शी का तालाब में 18 वर्षीय अभिषेक की जान गई