लद्दाख में सीबीआई की जांच: सोनम वांगचुक पर विदेशी धन के आरोप

लद्दाख में सीबीआई की जांच का आरंभ
लद्दाख में सीबीआई की कार्रवाई: केंद्रीय जांच ब्यूरो ने लद्दाख के शिक्षाविद और कार्यकर्ता सोनम वांगचुक द्वारा स्थापित संस्थानों से जुड़े विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम (FCRA) के उल्लंघन की जांच शुरू की है, अधिकारियों ने जानकारी दी। सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, यह जांच विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम के कथित उल्लंघन से संबंधित है। अगस्त में, लद्दाख प्रशासन ने हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव लर्निंग (HIAL) को पहले दी गई भूमि आवंटन को रद्द कर दिया था.
इस मामले में वांगचुक ने बताया कि सीबीआई की एक टीम लगभग दस दिन पहले एक आदेश लेकर आई थी, जिसमें कहा गया था कि वे हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स लद्दाख (HIAL) में संभावित (FCRA) उल्लंघनों की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'आदेश में कहा गया था कि हमने विदेशी धन प्राप्त करने के लिए एफसीआरए के तहत मंजूरी नहीं ली है। हम विदेशी धन पर निर्भर नहीं रहना चाहते, लेकिन हम अपने ज्ञान का निर्यात करते हैं और राजस्व जुटाते हैं. ऐसे तीन मामलों में उन्हें लगा कि यह विदेशी योगदान है.'
लद्दाख में बढ़ते तनाव और हिंसा
1989 के बाद की सबसे गंभीर हिंसा: लद्दाख में स्टेटहुड का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर तनाव बढ़ गया है। बुधवार को लेह में 1989 के बाद से सबसे भीषण हिंसा हुई, जिसमें युवाओं ने वाहनों को आग लगा दी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी के कार्यालय को भी फूंक दिया। इस हिंसा के परिणामस्वरूप पुलिस की कार्रवाई में 5 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद पूरे शहर में बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी गई है, जिसके तहत एक साथ 5 या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है.
सीबीआई की जांच और वांगचुक के आरोप
सीबीआई की जांच का दायरा: वांगचुक ने कहा कि सीबीआई की टीम ने HIAL और SECMOL का दौरा किया और 2022 से 2024 के बीच प्राप्त धनराशि का ब्योरा मांगा। उन्होंने कहा कि हमें विदेशों से जो भी धन प्राप्त हुआ उसका हमने टैक्स अदा किया और यह धनराशि हमें यूएन, एक स्विस विश्वविद्यालय और इटालियन ऑर्गनाइजेशन के लिए काम करने के एवज में मिली। उन्होंने आरोप लगाया, 'जब उन्हें समझ में आ गया कि सब कुछ वैध तरीके से हुआ और इससे अब उन्हें कोई मदद नहीं मिलेगी तो उन्होंने इस अवधि से बाहर का ब्योरा मांगना शुरू कर दिया.'
स्थानीय पुलिस की कार्रवाई: वांगचुक ने कहा कि उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। स्थानीय पुलिस ने उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया है। इसके अलावा HAIL के लिए पट्टे पर ली गई जमीन का पट्टा फीस जमा न करने के आरोप में रद्द कर दिया गया है। वांगचुक ने कहा कि सभी को पता है कि हमारे पास दस्तावेज हैं. सरकार ने उनसे माफी मांगते हुए कहा था कि उनकी लीज पॉलिसी अभी तक बनी नहीं है और इसलिए वे शुल्क नहीं ले सकते, इसलिए हमारा सहयोग करते हुए अपना निर्माण कार्य जारी रखें.
लद्दाख में टैक्स और अन्य मुद्दे
लद्दाख में टैक्स की स्थिति: वांगचुक ने आगे आरोप लगाया कि इसके बाद आयकर विभाग द्वारा समन जारी किए गए और अवैतनिक मजदूरों के बारे में एक पुरानी शिकायत फिर से शुरू कर दी गई। उन्होंने कहा कि लद्दाख एक ऐसी जगह है जहां कोई टैक्स नहीं लगता, फिर भी मैं स्वेच्छा से टैक्स भरता हूं और फिर भी मुझे समन मिलते हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है.