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लद्दाख में हिंसा: प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालय को आग के हवाले किया

लद्दाख की राजधानी लेह में हाल ही में भड़की हिंसा ने चार लोगों की जान ले ली और कई अन्य घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालय को आग लगा दी, जिससे प्रशासन को कर्फ्यू लागू करना पड़ा। यह आंदोलन लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर चल रहा था। जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील की है। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी।
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लद्दाख में हिंसा: प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालय को आग के हवाले किया

लद्दाख में हालात बिगड़े

Ladakh Violence: लद्दाख की राजधानी लेह में बुधवार को अचानक हिंसा भड़क उठी। शांतिपूर्ण प्रदर्शन से शुरू हुआ यह आंदोलन तेजी से उग्र हो गया, जिसके परिणामस्वरूप प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालय और एक सीआरपीएफ वैन को आग लगा दी। इस झड़प में चार लोगों की जान चली गई और लगभग 60 लोग घायल हुए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लागू कर दिया।


प्रदर्शन का कारण

पिछले कुछ हफ्तों से लद्दाख के लोग भूख हड़ताल पर थे, उनकी मांग थी कि लद्दाख को राज्य का दर्जा दिया जाए और इसे संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किया जाए। हालात बिगड़ने पर प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और स्थिति हिंसक हो गई।


लद्दाख में आंदोलन का इतिहास

लद्दाख को 2019 में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था, लेकिन यहां विधानसभा का गठन नहीं हुआ। इससे स्थानीय लोगों में असंतोष बढ़ा है। लोग अपनी पहचान, जनजातीय संस्कृति और पारिस्थितिकी तंत्र को खतरे में महसूस कर रहे हैं। जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के नेतृत्व में 10 सितंबर से भूख हड़ताल चल रही थी।


हिंसा का कारण

लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल करने और राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन ने बुधवार को लेह में हिंसक रूप ले लिया। वांगचुक ने मंगलवार को अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की थी, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे।


सुरक्षा बलों की कार्रवाई

हिंसा की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया। भारी संख्या में तैनात पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने अशांति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। अधिकारियों ने स्थिति को काबू में करने के लिए अतिरिक्त बल भेजा।


सोनम वांगचुक की अपील

प्रदर्शन के दौरान सोनम वांगचुक ने एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि यह युवा पीढ़ी का आक्रोश है जिसने उन्हें सड़कों पर ला दिया। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे हिंसा का सहारा न लें, क्योंकि इससे उनके प्रयासों को नुकसान होगा।