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लुधियाना में नीले ड्रम में मिली लाश: पुलिस ने 36 घंटे में सुलझाया मामला

लुधियाना के शेरपुर क्षेत्र में एक नीले प्लास्टिक ड्रम में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने के बाद पंजाब पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। महज 36 घंटे में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें एक महिला भी शामिल है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से संदिग्धों की पहचान की और मामले की गहराई को समझने के लिए आगे की जांच जारी है। जानें इस रहस्यमय हत्या के पीछे की कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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लुधियाना में नीले ड्रम में मिली लाश: पुलिस ने 36 घंटे में सुलझाया मामला

मामले का त्वरित खुलासा

जांबाज़ी से लुधियाना के शेरपुर क्षेत्र में एक नीले प्लास्टिक ड्रम में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने के बाद पंजाब पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। महज 36 घंटे के भीतर, पुलिस ने चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक महिला भी शामिल है।


घटना की शुरुआत तब हुई जब स्थानीय निवासियों ने एक खाली प्लॉट से आ रही बदबू की सूचना पुलिस को दी। जब पुलिस ने ड्रम खोला, तो मनोज (जिसे राजू के नाम से भी जाना जाता है) का शव मिला, जिसके पैर और गला रस्सियों से बंधे हुए थे। शव की पहचान के बाद, पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।


जांच में पुलिस ने सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों का सहारा लिया, जिससे एक ई-रिक्शा में ड्रम ले जाते हुए संदिग्धों की तस्वीरें सामने आईं। इसके बाद, पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की, जिनमें से चार मुख्य आरोपी गिरफ्तार किए गए: फागू प्रसाद, उषा देवी (महिला आरोपी), नीरज कुमार, और सीटू कुमार।


आरोपियों की भूमिका की बात करें तो नीरज और सीटू ने शराब के नशे में मनोज के साथ मारपीट की और उसकी हत्या कर दी। उसे बेसुध कर एक रात कमरे में रखा गया। अगले दिन, उषा देवी, फागू, जैवीर और विशाल ने मिलकर शव को रस्सी से बांधकर नीले ड्रम में पैक किया और ई-रिक्शा के जरिए खाली प्लॉट में फेंक दिया।


पुलिस कार्रवाई के तहत, ADCP करनवीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया गया है और रिमांड प्राप्त किया गया है। आगे की जांच जारी है, और शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हत्या की गहराई का पता चलेगा।