Newzfatafatlogo

वान्या शर्मा: भारत की युवा योग साधिका मलेशिया में लहराएंगी तिरंगा

भारत की सात वर्षीय योग साधिका वान्या शर्मा, जो 14 विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं, मलेशिया में होने वाली 3rd Asia Pacific Yogasana Sports Championship 2025 में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। वान्या की अद्वितीय योग यात्रा और उनके माता-पिता का योगदान इस सफलता के पीछे है। जानें उनके पुरस्कारों और उपलब्धियों के बारे में, और कैसे वे योग के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
 | 
वान्या शर्मा: भारत की युवा योग साधिका मलेशिया में लहराएंगी तिरंगा

भारत की योग प्रतिभा वान्या शर्मा

नई दिल्ली: भारत की सात वर्षीय योग साधिका वान्या शर्मा एक बार फिर देश का नाम रोशन करने के लिए तैयार हैं। वान्या आगामी 3rd Asia Pacific Yogasana Sports Championship 2025 में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी, जो 3 सितम्बर को मलेशिया में आयोजित होने जा रही है। इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में वान्या भारत की सबसे कम उम्र की प्रतिनिधि होंगी।


जब साधना में समर्पण हो और संकल्प अडिग, तो उम्र केवल एक संख्या बन जाती है। यही साबित कर दिखाया है दिल्ली की इस नन्हीं योग प्रतिभा वान्या शर्मा ने, जो अब तक 14 विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं। इनमें प्रमुख हैं —
• 3 वर्ष की उम्र में कठिनतम 14 योगासनों का प्रदर्शन (इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स)
• विशेष बच्चों को योग सिखाने वाली सबसे कम उम्र की बालिका (इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स)
• “ग्लोबल योगा आइकॉन” की उपाधि (यूनिवर्सल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स)


अब तक वान्या को 100 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें शामिल हैं —
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम अवार्ड, रतन टाटा मेमोरियल अवार्ड, योग वीर सम्मान, अटल गौरव सम्मान, राष्ट्रीय रत्न सम्मान, ग्लोबल फेम अवार्ड, और शहीद भगत सिंह नोबल अवार्ड।


उनकी अद्वितीय योग यात्रा को सलाम करने वालों की सूची में देश की कई महान हस्तियाँ शामिल हैं — मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, पद्मश्री कैलाश सत्यार्थी, योगगुरु स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, डॉ. किरण बेदी, अभिनेता सोनू सूद, अमीषा पटेल सहित कई नामचीन हस्तियाँ।


वान्या की इस सफलता के पीछे हैं उनके माता-पिता — योगाचार्य श्री हेमंत शर्मा और श्रीमती हिमानी शर्मा, जिनके मार्गदर्शन, साधना और संस्कारों ने वान्या को यह ऊँचाई दी।


आज वान्या न केवल एक बाल योग साधिका हैं, बल्कि “कल्कि फाउंडेशन” और “Universal Yogasana Sports Federation” की ब्रांड एम्बेसेडर भी हैं। उनका उद्देश्य केवल योगाभ्यास नहीं, बल्कि योग के प्रचार-प्रसार के लिए वैश्विक मंच पर सक्रिय भूमिका निभाना है।


भारत की यह नन्हीं बेटी अब मलेशिया में तिरंगा लहराने को तैयार है। देश को अपनी इस “योगा क्वीन” पर गर्व है और करोड़ों भारतीयों की शुभकामनाएं उनके साथ हैं।