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शुभमन गिल का इंग्लैंड दौरा: क्रिकेट में नई ऊंचाइयों की ओर

शुभमन गिल ने हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया। उन्होंने 5 टेस्ट मैचों में 754 रन बनाकर अपनी तकनीक में सुधार किया और क्रिकेट के दिग्गजों से मिली सलाह का पालन किया। जानें उनके इस सफलता के पीछे का राज और कैसे उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में बदलाव किया।
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शुभमन गिल का इंग्लैंड दौरा: क्रिकेट में नई ऊंचाइयों की ओर

शुभमन गिल: भारतीय क्रिकेट का नया सितारा

शुभमन गिल: शुभमन गिल आज भारतीय क्रिकेट टीम के तीनों प्रारूपों में एक प्रमुख खिलाड़ी बन चुके हैं। वनडे में उनकी बल्लेबाजी का जादू सभी ने देखा है, लेकिन हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर उनके टेस्ट प्रदर्शन ने उन्हें लंबे प्रारूप का भी सितारा बना दिया। इस दौरे में गिल ने रनों की ऐसी बौछार की कि आलोचकों को चुप कर दिया। लेकिन उनके इस शानदार प्रदर्शन का राज क्या था?


इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण पिचों पर गिल का प्रदर्शन

इंग्लैंड की कठिन पिचों पर बल्लेबाजी करना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होता। गिल को भी अपने टेस्ट करियर में कई बार तकनीक और मानसिकता को लेकर सवालों का सामना करना पड़ा। लेकिन इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने 5 टेस्ट मैचों में 754 रन बनाकर सबको चौंका दिया। उनका औसत 75.40 रहा और इस दौरान उन्होंने चार शतक भी लगाए। यह उनके करियर का पहला मौका था जब वे टेस्ट कप्तान के रूप में उतरे और अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया।


सचिन तेंदुलकर और स्टीव स्मिथ की सलाह

सचिन तेंदुलकर और स्टीव स्मिथ से मिली खास सलाह

हाल ही में जियोहॉटस्टार के साथ बातचीत में गिल ने अपने शानदार प्रदर्शन का राज बताया। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड दौरे से पहले उनकी बातचीत क्रिकेट के दो दिग्गज सचिन तेंदुलकर और स्टीव स्मिथ से हुई। इन दोनों ने गिल को एक ही सलाह दी कि "सीधा डिफेंड करो और स्क्वायर में रन बनाओ।" सचिन और स्मिथ का बल्लेबाजी का तरीका भले ही अलग हो, लेकिन दोनों ने गिल को सलाह दी कि गेंद को 'V' में खेलें और स्क्वायर शॉट्स तभी खेलें जब गेंद की लेंथ सही हो। इस सलाह ने गिल की बल्लेबाजी को नया आयाम दिया।


गिल की तकनीक में सुधार

तकनीक में किया सुधार

पहले गिल की बल्लेबाजी में एक कमी थी कि उनका वजन आगे की ओर पूरी तरह से ट्रांसफर नहीं होता था। इससे अंदर की ओर आने वाली गेंदों पर वे परेशान हो जाते थे। कई बार वे LBW, बोल्ड या गेंद का पीछा करते हुए आउट हो जाते थे। लेकिन इंग्लैंड दौरे पर गिल ने अपनी तकनीक में बदलाव किया। उन्होंने अपने स्ट्राइड को मजबूत किया, साइड-ऑन पोजीशन बनाए रखी और सीधा डिफेंस करने पर ध्यान केंद्रित किया।