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सरकारी बैंकों ने पहली तिमाही में 44,218 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया

सरकारी क्षेत्र के बैंकों ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 44,218 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है। भारतीय स्टेट बैंक ने सबसे अधिक योगदान दिया, जबकि कई छोटे बैंकों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इस वृद्धि का मुख्य कारण अर्थव्यवस्था की सकारात्मक गति है। जानें और क्या कुछ खास रहा इस तिमाही में।
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सरकारी बैंकों ने पहली तिमाही में 44,218 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया

सरकारी बैंकों का मुनाफा

नई दिल्ली: सरकारी क्षेत्र के बैंकों ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में 44,218 करोड़ रुपए का अभूतपूर्व मुनाफा अर्जित किया है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में, 12 सरकारी बैंकों ने मिलकर 39,974 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था। इस तिमाही में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 19,160 करोड़ रुपए का योगदान देकर सबसे अधिक मुनाफा कमाया, जो कुल मुनाफे का 43 प्रतिशत है।


इसके अतिरिक्त, कई छोटे सरकारी बैंकों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इंडियन ओवरसीज बैंक का मुनाफा सालाना आधार पर 76 प्रतिशत बढ़कर 1,111 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं, पंजाब एंड सिंध बैंक का मुनाफा 48 प्रतिशत बढ़कर 269 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।


अन्य सरकारी बैंकों में, बैंक ऑफ महाराष्ट्र का मुनाफा 23.2 प्रतिशत बढ़कर 1,593 करोड़ रुपए, इंडियन बैंक का मुनाफा 23.7 प्रतिशत बढ़कर 2,973 करोड़ रुपए और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का मुनाफा 32.8 प्रतिशत बढ़कर 1,169 करोड़ रुपए हो गया है। हालांकि, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का मुनाफा 48 प्रतिशत घटकर 1,675 करोड़ रुपए रह गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 3,252 करोड़ रुपए था।


सरकारी बैंकों का मुनाफा बढ़ना, पीएसबी की मजबूती और विकास की दिशा में निरंतर प्रगति को दर्शाता है। बैंकों के मुनाफे में वृद्धि का मुख्य कारण अर्थव्यवस्था की सकारात्मक गति है। वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की जीडीपी विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जबकि महंगाई दर 3.1 प्रतिशत रहने की संभावना है।