सहमति का महत्व: दोस्ती का मतलब यौन संबंध नहीं
हाल ही में एक न्यायिक निर्णय ने यह स्पष्ट किया है कि किसी लड़की के साथ दोस्ती का मतलब यह नहीं है कि पुरुष को उसकी सहमति के बिना यौन संबंध बनाने का अधिकार है। इस फैसले ने सहमति के महत्व को उजागर किया है और यह बताया है कि किसी भी रिश्ते में आपसी सम्मान और व्यक्तिगत सीमाओं का सम्मान आवश्यक है। यह निर्णय समाज में यौन हिंसा के खिलाफ एक मजबूत संदेश देता है।
Jul 26, 2025, 15:19 IST
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सहमति की अनिवार्यता
एक हालिया न्यायिक निर्णय ने स्पष्ट किया है कि किसी लड़की के साथ दोस्ती का अर्थ यह नहीं है कि पुरुष को उसकी सहमति के बिना यौन संबंध बनाने का अधिकार मिल जाता है। यह फैसला यह बताता है कि किसी भी रिश्ते में, चाहे वह दोस्ती ही क्यों न हो, सहमति (consent) सबसे महत्वपूर्ण है। अदालत ने यह स्पष्ट किया है कि मित्रता या किसी अन्य प्रकार के संबंध का मतलब यह नहीं है कि कोई व्यक्ति दूसरे की इच्छा के खिलाफ शारीरिक संबंध बना सकता है।हर प्रकार के शारीरिक संबंध के लिए स्पष्ट और स्वतंत्र सहमति आवश्यक है। 'हाँ' का अर्थ 'हाँ' और 'ना' का अर्थ 'ना' होता है। यह निर्णय समाज में यौन हिंसा और सहमति के महत्व को उजागर करता है। यह हमें याद दिलाता है कि आपसी सम्मान और व्यक्तिगत सीमाओं का सम्मान करना किसी भी स्वस्थ रिश्ते की नींव है। सहमति के बिना किए गए किसी भी कार्य को बलात्कार माना जाएगा, और इसके लिए कानून में कठोर प्रावधान हैं।