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सिएट टायर्स: जीएसटी कटौती से टायर्स होंगे सस्ते, 22 सितंबर से नई कीमतें लागू

सिएट टायर्स ने ग्राहकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है, जिसमें जीएसटी में कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों को देने का ऐलान किया गया है। 22 सितंबर से नई कीमतें लागू होंगी, जिससे टायर्स खरीदना और भी सस्ता हो जाएगा। इस कदम से न केवल ग्राहकों को फायदा होगा, बल्कि सड़क सुरक्षा भी बढ़ेगी। जानें इस बदलाव के पीछे की वजह और टायर उद्योग में संभावित वृद्धि के बारे में।
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सिएट टायर्स: जीएसटी कटौती से टायर्स होंगे सस्ते, 22 सितंबर से नई कीमतें लागू

सिएट टायर्स की खुशखबरी

Ceat Tyres: सिएट टायर्स का धमाका! जीएसटी में कटौती का पूरा लाभ, 22 सितंबर से टायर्स होंगे सस्ते!: नई दिल्ली: भारत की प्रमुख टायर निर्माता कंपनी सिएट लिमिटेड ने अपने ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। कंपनी ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कमी का पूरा लाभ ग्राहकों को देने का निर्णय लिया है।


जीएसटी में कटौती का विवरण

सिएट ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि वह जीएसटी कटौती का 100% लाभ अपने ग्राहकों को प्रदान करेगी। नई कीमतें 22 सितंबर से प्रभावी होंगी, जिससे टायर खरीदना और भी किफायती हो जाएगा।


जीएसटी में कितनी कमी?

सरकार ने नए न्यूमेटिक टायर्स पर जीएसटी को 28% से घटाकर 18% कर दिया है। ट्रैक्टर टायर्स और ट्यूब्स पर अब केवल 5% जीएसटी लागू होगा। सिएट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ अर्नब बनर्जी ने इसे एक प्रगतिशील कदम बताया है।


ग्राहकों और सड़कों के लिए लाभ

बनर्जी ने कहा कि कम जीएसटी दरों से वाहन चलाने की लागत में कमी आएगी, जिससे टायर बदलना अधिक किफायती होगा। इससे न केवल ग्राहकों का पैसा बचेगा, बल्कि समय पर टायर बदलने से सड़कें भी सुरक्षित रहेंगी। यह कदम उद्योग में पारदर्शिता और अनुपालन को बढ़ावा देगा।


टायर उद्योग में वृद्धि की उम्मीद

उद्योग के सूत्रों के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में प्रतिस्थापन मांग के कारण टायर उद्योग में 7-8% की वृद्धि की संभावना है। शहरी मांग भले ही कम हो, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी मांग, त्योहारी सीजन और ब्याज दरों में कमी जैसे कारक इसे बढ़ावा देंगे।


उद्योग में सुधार

क्षमता विस्तार, बेहतर विनिर्माण और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करने से भी उद्योग को गति मिलेगी। जीएसटी सुधारों से मुद्रास्फीति में 75 आधार अंकों की कमी और उपभोग व्यय में 1 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि की उम्मीद है।