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सुप्रीम कोर्ट का चुनाव आयोग पर बड़ा फैसला, कांग्रेस ने किया स्वागत

सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया है कि हटाए गए मतदाताओं के नामों की सूची ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाए। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि चुनाव आयोग पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। उन्होंने आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में मान्यता देने के निर्णय की भी सराहना की। यह फैसला चुनाव प्रक्रिया को अधिक समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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सुप्रीम कोर्ट का चुनाव आयोग पर बड़ा फैसला, कांग्रेस ने किया स्वागत

सुप्रीम कोर्ट का निर्देश

नई दिल्ली। आज सुप्रीम कोर्ट ने एसआईआर के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई की। इस दौरान, कोर्ट ने चुनाव आयोग को आदेश दिया कि जिन मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं, वे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कांग्रेस ने इस निर्णय का स्वागत किया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि आज चुनाव आयोग पूरी तरह से बेनकाब हो गया है और इसके G2 कठपुतली संचालक हार गए हैं।


जयराम रमेश का बयान

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट के बिहार SIR मुद्दे पर आज के फैसले का स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का लोकतंत्र चुनाव आयोग के घातक हमले से सुरक्षित रहा है। 14 अगस्त को, सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग के उस निर्णय को रद्द कर दिया था, जिसमें उसने हटाए गए मतदाताओं की सूची साझा करने से मना कर दिया था। कोर्ट ने ECI को निर्देश दिया कि हटाए गए मतदाताओं की सूची कारणों सहित प्रकाशित की जाए।


आधार कार्ड को मान्यता

उन्होंने आगे बताया कि 14 अगस्त को ही सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि जिन मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं, उनके लिए आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में मान्यता दी जाएगी। आज अदालत ने फिर से स्पष्ट किया है कि आधार एक मान्य पहचान पत्र है, जिसे चुनाव आयोग को स्वीकार करना होगा।


समावेशी प्रक्रिया के लिए सुरक्षा उपाय

आज सुप्रीम कोर्ट ने संशोधन प्रक्रिया को अधिक समावेशी बनाने के लिए सुरक्षा उपाय तय किए हैं, जिसमें राजनीतिक दलों की भागीदारी भी शामिल है। चुनाव आयोग का अब तक का रवैया बाधा उत्पन्न करने वाला रहा है और मतदाताओं के हितों के खिलाफ रहा है। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं, क्योंकि यह हमें एक ऐसा अधिकार प्रदान करता है, जिसे चुनाव आयोग नजरअंदाज नहीं कर सकता। आज, चुनाव आयोग पूरी तरह से बेनकाब हो गया है और इसके G2 कठपुतली संचालक हार गए हैं।