सुप्रीम कोर्ट ने अरुंधति रॉय की किताब पर बैन लगाने की याचिका खारिज की
अरुंधति रॉय की किताब पर बैन की याचिका का निपटारा
‘मदर मैरी कम्स टू मी’: भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने प्रसिद्ध लेखिका अरुंधति रॉय की पुस्तक ‘मदर मैरी कम्स टू मी’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। याचिका में यह आरोप लगाया गया था कि पुस्तक के कवर पर लेखिका को सिगरेट या बीड़ी पीते हुए दर्शाया गया है, जो कि सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन पर रोक लगाने वाले कानून का उल्लंघन है।
मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने स्पष्ट किया कि कवर पर इस तस्वीर का उपयोग किसी भी प्रकार से धूम्रपान को बढ़ावा देने के लिए नहीं किया गया है, और पुस्तक के पीछे दिए गए डिस्क्लेमर से यह स्पष्ट होता है। न्यायालय ने कहा, “किताब, तस्वीर, प्रकाशक या लेखक, इनमें से किसी का भी सिगरेट के प्रचार से कोई संबंध नहीं है। वह एक प्रतिष्ठित लेखिका हैं और प्रकाशक भी एक प्रसिद्ध नाम है। यह सिगरेट का विज्ञापन नहीं है।”
इस प्रकार, न्यायालय ने याचिका को खारिज करते हुए उच्च न्यायालय के निर्णय को बरकरार रखा। न्यायालय ने कहा, “किताब में प्रदर्शित तस्वीर सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन पर रोक लगाने वाले कानून की धारा 5 का उल्लंघन नहीं करती है। हमें उच्च न्यायालय के विवादास्पद आदेश में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नहीं दिखता।”
