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सोनीपत में 30 लाख की रिश्वत लेते स्कूल क्लर्क गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर पर भी जांच

सोनीपत में एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक स्कूल क्लर्क को 30 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। यह राशि दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील जैन के इशारे पर ली जा रही थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि जैन ने उसके रिश्तेदार के खिलाफ दो मामलों में राहत देने के लिए रिश्वत मांगी थी। एसीबी की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इस मामले में इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी की संभावना भी जताई जा रही है।
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सोनीपत में 30 लाख की रिश्वत लेते स्कूल क्लर्क गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर पर भी जांच

सोनीपत में रिश्वतखोरी का मामला

सोनीपत क्राइम: स्कूल के क्लर्क को 30 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया, दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर की भी जांच: हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम को एक नया मोड़ मिला है। रोहतक एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने थ्री जी स्कूल के क्लर्क संदीप को ₹30 लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। यह राशि दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल में तैनात इंस्पेक्टर सुनील जैन के निर्देश पर ली जा रही थी।


शिकायतकर्ता विपिन ने बताया कि उसके रिश्तेदार पर दिल्ली के अलीपुर थाने में दो मामले दर्ज हैं, जिनकी जांच इंस्पेक्टर सुनील जैन कर रहे हैं। उन्होंने एक मामले में राहत देने और दूसरे को खत्म करने के लिए ₹1 करोड़ की मांग की थी।


एसीबी की कार्रवाई और क्लर्क की गिरफ्तारी


एसीबी ने शिकायत मिलने के बाद एक जाल बिछाया। पीड़ित को निर्देश दिया गया कि वह निर्धारित स्थान पर रकम पहुंचाए। जैसे ही सोनीपत के थ्री जी स्कूल में क्लर्क संदीप को ₹30 लाख दिए गए, एसीबी की टीम ने उसे मौके पर ही पकड़ लिया।


इस कार्रवाई के बाद एसीबी को इंस्पेक्टर सुनील जैन के खिलाफ कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं। अब उनकी गिरफ्तारी के लिए डीएसपी सोमबीर देशवाल की टीम लगातार छापेमारी कर रही है।


इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी की संभावना और क्लर्क का कोर्ट में पेश होना


रोहतक एसीबी में तैनात इंस्पेक्टर प्रोमिला ने बताया कि थ्री जी स्कूल दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर सुनील जैन के रिश्तेदार का है। क्लर्क संदीप को कोर्ट में पेश किया जाएगा और रिमांड पर लिया जाएगा ताकि उससे और जानकारी प्राप्त की जा सके।


यह मामला हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई को और मजबूत करता है। एसीबी की सक्रियता से यह स्पष्ट है कि अब रिश्वतखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।