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सोनीपत में नहर में डूबे पिता-पुत्र के शव मिले

सोनीपत में एक दुखद घटना में पिता सतबीर और उसके 14 वर्षीय बेटे जतिन के शव नहर से बरामद हुए हैं। जतिन ने नहाने की इच्छा जताई थी, लेकिन गलती से मुख्य नहर में कूद गया। पिता ने उसे बचाने के लिए कूद लगाई, लेकिन दोनों तेज बहाव में बह गए। स्थानीय निवासियों ने नहर के किनारे सुरक्षा इंतजामों की कमी पर चिंता जताई है और सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है। इस घटना ने पूरे परिवार को शोक में डाल दिया है।
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सोनीपत में नहर में डूबे पिता-पुत्र के शव मिले

सोनीपत में पिता-पुत्र की दुखद घटना


पिता ने बेटे को बचाने के लिए किया प्रयास
सोनीपत, हरियाणा: पिछले गुरुवार को सोनीपत में एक दुखद घटना में पिता और पुत्र के शव नहर से बरामद हुए। लगभग 32 घंटे बाद, शुक्रवार शाम को पिता सतबीर का शव खरखौदा रोड के पास मिला। इसके 9 घंटे बाद, शनिवार सुबह करीब 4 बजे बेटे जतिन का शव मोई हुड्डा गांव के पास से निकाला गया। पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल हॉस्पिटल गोहाना भेज दिया। जानकारी के अनुसार, 45 वर्षीय सतबीर अपने 14 वर्षीय बेटे जतिन के साथ जेएलएन नहर पर पानी भरने आए थे। इसी दौरान जतिन ने नहाने की इच्छा जताई।


पिता ने बेटे को बचाने के लिए कूद लगाई

सतबीर ने जतिन को कम गहराई वाली नहर में नहाने का सुझाव दिया, लेकिन गलती से जतिन मुख्य नहर में कूद गया, जो लगभग 10 से 12 फीट गहरी थी और उसमें तेज बहाव था। बेटे को डूबता देख सतबीर ने तुरंत कूदने का निर्णय लिया, लेकिन दोनों तेज बहाव में बह गए और कुछ ही क्षणों में लापता हो गए।


जतिन की पढ़ाई और परिवार की स्थिति

स्थानीय लोगों के अनुसार, जतिन परिवार का इकलौता बेटा था और उसकी एक बहन भी है। जतिन 9वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा था, जबकि उसके पिता सतबीर एक मोबाइल की दुकान चलाते थे। परिवार का एकमात्र कमाने वाला सतबीर ही था। इस हादसे के बाद, उसकी पत्नी और बेटी अकेले रह गई हैं, और घर में शोक का माहौल है।


नहर पर सुरक्षा की मांग

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि जेएलएन नहर के किनारे कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं हैं। हर साल गर्मियों में बच्चे यहां डूबते हैं और अपनी जान गंवाते हैं। ग्रामीणों ने नहर के किनारों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की अपील की है।


आर्थिक सहायता की आवश्यकता

पिता-पुत्र की मौत के बाद, ग्रामीणों का कहना है कि परिवार बहुत गरीब है और उनके पास आय का कोई साधन नहीं है। सरकार से मांग की गई है कि सतबीर के निधन के बाद उसकी पत्नी और बेटी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। गांव के लोग स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास करेंगे।