Newzfatafatlogo

सोलन में भारी बारिश से 40 स्कूलों को नुकसान, 6 पूरी तरह ध्वस्त

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में हाल की भारी बारिश ने शिक्षा व्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। लगभग 40 स्कूलों को आंशिक या पूर्ण नुकसान हुआ है, जिसमें 6 स्कूल पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। नुकसान का अनुमानित मूल्य 1 करोड़ 90 लाख रुपए है। बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक स्थानों पर उन्हें स्थानांतरित किया गया है। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 | 
सोलन में भारी बारिश से 40 स्कूलों को नुकसान, 6 पूरी तरह ध्वस्त

सोलन में शिक्षा व्यवस्था पर बारिश का असर

सोलन (मीडिया चैनल): हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष हुई अत्यधिक वर्षा ने न केवल जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि शिक्षा प्रणाली को भी गंभीर नुकसान पहुँचाया है। सोलन जिले में प्राथमिक शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 40 स्कूलों को आंशिक या पूर्ण रूप से क्षति पहुँची है। इन स्कूलों को हुए नुकसान का अनुमानित मूल्य लगभग 1 करोड़ 90 लाख रुपए है।


उप निदेशक मोहिंद्र चंद पिरटा ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि इस वर्ष की भारी बारिश ने सोलन जिले को भी प्रभावित किया है। शिक्षा विभाग के अनुसार, जिले में लगभग 40 स्कूलों को आंशिक या पूर्ण नुकसान हुआ है। इन स्कूलों के नुकसान का अनुमानित मूल्य करीब 1 करोड़ 90 लाख रुपए है। मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए जिला उपायुक्त कार्यालय और उच्च विभाग को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।


उन्होंने यह भी बताया कि क्षतिग्रस्त स्कूलों में से छह पूरी तरह से ढह गए हैं या इतने असुरक्षित हैं कि वहां बच्चों को पढ़ाना संभव नहीं है। कई स्थानों पर भूमि धंसने और भवनों के गिरने की घटनाओं के कारण बच्चों को सुरक्षित वैकल्पिक भवनों में स्थानांतरित किया गया है। इन अस्थायी व्यवस्थाओं में पंचायत भवन, सामुदायिक केंद्र, निजी भवन और पास के सुरक्षित स्कूल भवन शामिल हैं।


उप निदेशक मोहिंद्र चंद पिरटा ने आगे कहा कि प्रभावित स्कूलों के स्थायी भवनों के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। कुछ स्कूलों के नए भवनों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, लेकिन बजट की कमी के कारण इसे पूरा करने में देरी हो रही है। विभाग ने अतिरिक्त बजट के लिए उच्च अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा है। बच्चों की सुरक्षा और उनकी शिक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। जैसे ही बजट स्वीकृत होगा, क्षतिग्रस्त भवनों का पुनर्निर्माण तेजी से पूरा किया जाएगा, ताकि बच्चों को सुरक्षित माहौल में पढ़ाई का अवसर मिल सके।