हज 2026 के लिए सऊदी अरब ने नए नियमों की घोषणा की
नई दिल्ली में हज 2026 के नियमों की जानकारी
नई दिल्ली: सऊदी अरब ने हज 2026 के लिए कई नए और कड़े नियम लागू किए हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि पति-पत्नी अब एक ही कमरे में नहीं रह सकेंगे। पुरुष और महिला तीर्थयात्रियों को पूरी तरह से अलग-अलग कमरों में ठहराया जाएगा।
यह नियम सभी देशों के हज यात्रियों पर लागू होगा। पिछले वर्ष भारत के विशेष अनुरोध पर भारतीय यात्रियों को कुछ छूट मिली थी, लेकिन अब वह छूट समाप्त कर दी गई है।
पति-पत्नी को अलग कमरे, पास-पास रहने की व्यवस्था
नई गाइडलाइंस के अनुसार, पति-पत्नी या करीबी रिश्तेदारों को अलग कमरों में रखा जाएगा, लेकिन उन्हें एक ही इमारत में या निकट के कमरों में ठहराया जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर एक-दूसरे की सहायता कर सकें।
पुरुषों को महिलाओं के कमरे में जाने की अनुमति नहीं होगी। बिना महरम (पति, पिता, भाई या बेटे के बिना) आने वाली महिलाओं को अलग समूह में रखा जाएगा।
रसोई की सुविधा भी बंद
इस बार हज यात्री अपने कमरे या आवास में खाना नहीं बना सकेंगे। सभी को बाहर से तैयार खाना मंगवाना पड़ेगा, जिससे भारतीय यात्रियों का खर्च थोड़ा बढ़ सकता है।
हज कमेटी ऑफ इंडिया अब सऊदी अरब में कैटरिंग की नई व्यवस्था करने पर विचार कर रही है ताकि यात्रियों को अच्छा और सस्ता खाना मिल सके।
सभी भारतीय यात्रियों को मिलेगी मुफ्त स्मार्ट वॉच
हज कमेटी ऑफ इंडिया ने इस बार एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। हर भारतीय हज यात्री को मुफ्त में एक स्मार्ट वॉच दी जाएगी। यह घड़ी विशेष रूप से बुजुर्गों और उन लोगों के लिए सहायक होगी जो स्मार्टफोन का उपयोग नहीं कर पाते। यह घड़ी हज सुविधा ऐप 2.0 से जुड़ी रहेगी और हाथ में बंधी रहेगी, जिससे खोने का डर नहीं रहेगा।
स्मार्ट वॉच में ये खास सुविधाएं होंगी
- लोकेशन ट्रैकर- भीड़ में सही स्थान का पता चलेगा।
- एसओएस बटन- खतरे या बीमारी की स्थिति में तुरंत मदद मांगी जा सकेगी।
- हार्ट रेट और ऑक्सीजन लेवल की निगरानी- स्वास्थ्य पर नजर रहेगी।
- कदम गिनने वाला पेडोमीटर- रोज कितना चला, इसका हिसाब रखेगा।
- किबला दिशा और नमाज के समय की जानकारी।
इस घड़ी की निगरानी जेद्दा स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के कंट्रोल रूम से की जाएगी। इससे किसी यात्री के गुम होने या बीमार पड़ने पर तुरंत सहायता पहुंचाई जा सकेगी।
