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हमास नेता गाजी हमाद का इजरायली हवाई हमले पर बयान

गाजी हमाद, हमास के नेता, ने इजरायल द्वारा कतर में किए गए हवाई हमले के बाद अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने बताया कि वह हमले के समय घटनास्थल पर मौजूद थे और हमले के दौरान क्या हुआ। इस हमले के परिणामस्वरूप इजरायल के बंधकों की स्थिति भी गंभीर हो गई है। जानें इस हमले के पीछे की कहानी और इसके प्रभाव के बारे में।
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हमास नेता गाजी हमाद का इजरायली हवाई हमले पर बयान

गाजी हमाद का साक्षात्कार

गाजी हमाद: इजरायल द्वारा कतर की राजधानी दोहा में फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के सदस्यों पर किए गए हवाई हमले के एक सप्ताह बाद, हमास का एक नेता पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आया है। गाजी हमाद, जो हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य हैं, ने बुधवार को अल जजीरा को दिए एक साक्षात्कार में अपनी बात रखी।


हमाद ने बताया कि जब इजरायली हवाई हमला हुआ, तब वह घटनास्थल पर मौजूद थे। उन्होंने कहा, "हम युद्ध विराम प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे, और बैठक शुरू होने के एक घंटे से भी कम समय बाद हमें एक विस्फोट सुनाई दिया।" उन्होंने आगे कहा कि एक मिनट से भी कम समय में लगभग 12 मिसाइलें लगातार गिरीं। हमाद ने यह भी कहा कि गाज़ा के निवासी होने के नाते, वे उन आवाज़ों को पहचानते हैं। उन्होंने कहा, "हमने जितनी जल्दी हो सके भागने की कोशिश की और सफल रहे।"


इजरायल के हमले का प्रभाव


इजरायल बंधकों की स्थिति


गाजा ऊर्जा प्राधिकरण के अध्यक्ष हमाद पहले हमास के प्रवक्ता और उप विदेश मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने हालिया वार्ता के दौरान अमेरिकी मध्यस्थों की भूमिका की आलोचना की, यह कहते हुए कि उनका अनुभव कड़वा था और अमेरिकी पक्ष की विश्वसनीयता नहीं थी। वर्तमान में, 48 इज़राइली बंधक, जिनमें से लगभग 20 जीवित हैं, गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए हैं। दोहा में हवाई हमले और गाजा में इजरायल के ज़मीनी हमले ने उनकी वापसी के प्रयासों को कठिन बना दिया है।


दोहा में इजरायली हवाई हमला

इजरायल का हवाई हमला:


इजरायल ने 9 सितंबर को दोहा में खलील अल-हय्या, खालिद मशाल और ज़हीर जबरीन जैसे वरिष्ठ हमास नेताओं को निशाना बनाकर हवाई हमला किया। हालांकि इजरायल ने प्रारंभिक सफलता का दावा किया, यह साहसिक हवाई हमला अपने उद्देश्य में विफल रहा।


इस हमले में एक कतरी सैन्यकर्मी और हमास के पांच निचले स्तर के सदस्यों सहित कुल छह लोग मारे गए, जिसके परिणामस्वरूप इज़राइल की व्यापक अंतरराष्ट्रीय आलोचना हुई। अमेरिका ने भी इस हमले को लेकर इज़राइल से दूरी बना ली। इसके बावजूद, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इस हवाई हमले ने हमास को यह संदेश दिया है कि वे कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। अमेरिका ने कतर को आश्वासन दिया है कि ऐसा हमला दोबारा नहीं होगा।