हरिद्वार में कबड्डी के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा की जान बचाने में SDRF की तत्परता

हरिद्वार में हुआ बड़ा हादसा
हरिद्वार घटना: बुधवार की सुबह हरिद्वार में एक गंभीर घटना घटित होने से बच गई जब भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान और अर्जुन पुरस्कार विजेता दीपक हुड्डा गंगा नदी की तेज धाराओं में बहने लगे। यह घटना तब हुई जब श्री हुड्डा पवित्र नदी में स्नान कर रहे थे। अचानक उनका संतुलन बिगड़ गया और वह तेज बहाव में बहने लगे। सौभाग्य से, मौके पर मौजूद राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम ने तुरंत मोटरबोट के माध्यम से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया। गंगा में डूबने की इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे दीपक हुड्डा तेज लहरों से जूझते हुए SDRF की नाव के जरिए किनारे पर लाए जाते हैं। इस दृश्य ने घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं में हड़कंप मचा दिया।
बचाव कार्य की सफलता
बचाव अभियान रहा सफल
अधिकारियों ने बताया कि तेज बहाव और अन्य चुनौतियों के बावजूद, बचाव दल ने साहस और तत्परता का परिचय देते हुए सफलतापूर्वक अभियान को अंजाम दिया। हालात कठिन थे, लेकिन SDRF की टीम ने बिना समय गंवाए कार्य किया और खिलाड़ी को सुरक्षित बाहर निकाला।
दीपक हुड्डा का परिचय
भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान
दीपक हुड्डा भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान रह चुके हैं और उन्होंने एशियाई खेलों में देश को स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उनकी पत्नी स्वीटी बूरा, जो एक अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज़ हैं, हाल ही में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हुई हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सुरक्षा के कड़ा इंतजाम
हरिद्वार में इस समय कांवड़ यात्रा का विशेष आयोजन चल रहा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। गंगा स्नान के दौरान हर साल डूबने की घटनाएं होती हैं, जिसे देखते हुए हरिद्वार पुलिस और SDRF ने घाटों पर विशेष निगरानी दल तैनात किए हैं। 2024 की कांवड़ यात्रा में SDRF अब तक 250 से अधिक श्रद्धालुओं को डूबने से बचा चुकी है, एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी।
घाटों पर रेस्क्यू टीमें सक्रिय
हरिद्वार में घाटों पर रेस्क्यू टीमें
घाटों पर मोटरबोट और चिकित्सा दल लगातार सक्रिय हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति का तुरंत समाधान किया जा सके। लोगों में डर का माहौल है, लेकिन SDRF की तत्परता ने कई जानें बचाई हैं। दीपक हुड्डा के साथ हुई इस घटना ने हरिद्वार में मौजूद लोगों को झकझोर दिया है। घाटों पर श्रद्धालुओं को बार-बार चेतावनी दी जा रही है कि वे गहराई में न जाएं और तेज धाराओं से बचें। SDRF की त्वरित प्रतिक्रिया और प्रशिक्षण का ही परिणाम था कि एक राष्ट्रीय हीरो का जीवन सुरक्षित बच सका।