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हरियाणा के करनाल में कैदियों द्वारा संचालित पेट्रोल पंप का उद्घाटन

हरियाणा के करनाल में एक अनोखे प्रयोग के तहत कैदियों द्वारा संचालित पेट्रोल पंप का उद्घाटन किया गया है। यह पंप 24 घंटे खुला रहेगा और इसकी आय सीधे सरकारी खजाने में जाएगी। इस पहल का उद्देश्य कैदियों के सुधार के साथ-साथ सरकारी आय में वृद्धि करना है। जानें इस पंप के बारे में और अन्य जिलों में इसकी संभावनाओं के बारे में।
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हरियाणा के करनाल में कैदियों द्वारा संचालित पेट्रोल पंप का उद्घाटन

पेट्रोल पंप का उद्घाटन


जेल महानिदेशक का उद्घाटन
हरियाणा के करनाल में कैदियों को अब वाहनों में पेट्रोल और डीजल डालने का अवसर मिलेगा। कैथल रोड पर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सहयोग से एक पेट्रोल पंप की स्थापना की गई है। इस पंप का उद्घाटन रविवार को हरियाणा जेल के महानिदेशक मोहम्मद अकील ने किया। उन्होंने इसे एक अत्याधुनिक प्रयोग बताया।


डीजी अकील ने आगे कहा कि भविष्य में इस पंप पर सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। यह पंप 24 घंटे खुला रहेगा और इसकी आय सीधे सरकारी खजाने में जाएगी।


अन्य जिलों में भी पेट्रोल पंप

डीजी जेल ने बताया कि कुरुक्षेत्र में इस मॉडल को बहुत सफलता मिली है, जिसके चलते करनाल में इसे लागू किया गया है। अब तक करनाल, अंबाला, यमुनानगर, हिसार और सोनीपत में भी ऐसे पेट्रोल पंप स्थापित किए जा चुके हैं। जल्द ही फरीदाबाद और नूंह में भी पंप खोले जाएंगे। इसके बाद सिरसा, जींद, नारनौल और भिवानी में भी कैदियों द्वारा संचालित पेट्रोल पंप खोले जाने की योजना है।


सरकार को होगी सीधी आमदनी

अकील ने कहा कि यह मॉडल घाटे में नहीं जा सकता, क्योंकि इसमें गुणवत्ता, मात्रा और पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा गया है। यहां जनता को उचित मूल्य पर ईंधन मिलेगा और सरकार को सीधी आमदनी होगी।


जेलों में उत्पाद निर्माण

जेल प्रशासन कैदियों के सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है। डीजी अकील ने बताया कि जेलों में 135 से अधिक उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है। पुरुष कैदी कंप्यूटर, स्टील, टेलरिंग और कपड़ा बुनाई जैसे कार्यों में लगे हैं, जबकि महिला कैदी टेलरिंग और मेकअप में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। महिलाओं के लिए एक अलग लाइब्रेरी भी स्थापित की गई है।


शिक्षा के क्षेत्र में पहल

हरियाणा जेल प्रशासन शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय है। इग्नू के सहयोग से जेलों में तीन प्रकार के कोर्स चलाए जा रहे हैं - स्किल डेवलपमेंट, आईटीआई और डिप्लोमा कोर्स। ये कोर्स कैदियों के भविष्य को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।