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हरियाणा के सीएम नायब सैनी आज पंचकूला से नगर कीर्तन यात्रा का करेंगे शुभारंभ

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी आज पंचकूला से हिन्द की चादर नगर कीर्तन यात्रा का उद्घाटन करेंगे। यह यात्रा पिजौंर के गांव गोरखनाथ से शुरू होकर विभिन्न स्थानों से होते हुए आगे बढ़ेगी। यात्रा का उद्देश्य श्री गुरु तेगबहादुर साहिब की 350वीं शहीदी शताब्दी को समर्पित करना है। इस दौरान यातायात में बाधा आ सकती है, इसलिए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। यात्रा के मार्ग और रात्रि ठहराव की जानकारी भी साझा की गई है।
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हरियाणा के सीएम नायब सैनी आज पंचकूला से नगर कीर्तन यात्रा का करेंगे शुभारंभ

यात्रा का शुभारंभ पिजौंर के गांव गोरखनाथ से


चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी आज पंचकूला से हिन्द की चादर महान नगर कीर्तन यात्रा का उद्घाटन करेंगे। यह यात्रा पिजौंर के गांव गोरखनाथ स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु नानक दरबार से आरंभ होगी। यह आयोजन श्री गुरु तेगबहादुर साहिब के 350वें शहीदी शताब्दी के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। पिंजौर-मड़ावाला-रखनाथ-बद्दी राजमार्ग पर इस नगर कीर्तन के लिए विशेष धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।


इस कारण इस मार्ग पर यातायात आंशिक या पूर्ण रूप से बाधित हो सकता है। आवश्यक होने पर ही पिंजौर से बारोटीवाला मार्ग का उपयोग करें। नवानगर से पिंजौर की ओर आने वाले वाहन चालकों को भी यात्रा करने से पहले विचार करना चाहिए।


नगर कीर्तन यात्रा का मार्ग

हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ उप-प्रधान सरदार गुरमीत सिंह रामसर ने बताया कि यह नगर कीर्तन यात्रा 11 नवंबर को गुरुद्वारा श्री नानक दरबार गांव गोरखनाथ से शुरू होकर गांव मंढावाला, नानकपुर, करणपुर, जोहलुवाल, कीर्तपुर, लोहगढ़, खेड़ा बसला से होते हुए गुरुद्वारा श्री मंजीसाहिब पिंजोर पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा।


रात्रि ठहराव की जानकारी

12 नवंबर को नगर कीर्तन यात्रा गुरुद्वारा श्री मंजीसाहिब पिंजौर से शुरू होकर कालका, टिपरा, मल्लामोड़, हिमशिखा, सीआरपीएफ कैंप से होते हुए गुरुद्वारा सिंह साहिब बख्शीवाला पहुंचेगी, जहां रात्रि ठहराव होगा।


13 नवंबर को यह यात्रा गुरुद्वारा सिंह साहिब बख्शीवाला से शुरू होकर गुरुद्वारा हिमशिखा, गुरुद्वारा डीएलएफ, अमरावती, चण्डी मंदिर, ओल्ड पंचकूला, माजरी चौक से होते हुए गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब पंचकुला पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा। 14 नवंबर को यात्रा गांव माणकय होते हुए गुरुद्वारा मानक टबरा पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा।