हरियाणा में एंटी करप्शन ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई, दिल्ली पुलिस का इंस्पेक्टर रिश्वत लेते पकड़ा गया

हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई
हरियाणा समाचार: हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील जैन और एक निजी स्कूल के क्लर्क को 30 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह राशि 70 लाख रुपये की कुल डील का हिस्सा थी, जो एक आपराधिक मामले से नाम हटाने और धाराएं कम करने के लिए मांगी गई थी।
शिकायत और सौदे का विवरण
यह मामला सोनीपत के बड़वासनी गांव के निवासी विपिन कुमार की शिकायत पर आधारित है। उन्होंने बताया कि उनके रिश्तेदार प्रवीन लाकड़ा के खिलाफ दिल्ली के अलीपुर थाने में दो मामले दर्ज हैं। इन मामलों की जांच कर रहे इंस्पेक्टर सुनील जैन ने नाम हटाने और धाराएं कमजोर करने के लिए एक करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। बातचीत के बाद यह सौदा 70 लाख रुपये में तय हुआ।
रंगें हाथों गिरफ्तारी
जब 30 लाख रुपये की पहली किश्त क्लर्क संदीप को दी जा रही थी, तब ACB की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके तुरंत बाद, दिल्ली में मौजूद इंस्पेक्टर सुनील जैन को भी गिरफ्तार किया गया। जांच में यह सामने आया कि सुनील जैन ने खुद को दिल्ली में पकड़ से बचाने के लिए रिश्वत की रकम हरियाणा में मंगवाई थी।
भ्रष्टाचार का पुराना मामला
इस मामले का एक चौंकाने वाला पहलू यह है कि आरोपी इंस्पेक्टर सुनील जैन पहले भी भ्रष्टाचार के मामले में जेल जा चुका है। 2014 में वह एक अन्य रिश्वत मामले में गिरफ्तार हुआ था और लगभग 6 साल जेल में रहने के बाद 2020 में बहाल किया गया था। बहाली के बावजूद, वह अपनी पुरानी आदतों से नहीं बाज आया और अब एक बार फिर भारी रिश्वत मामले में फंस गया है।
ACB की जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस रिमांड के दौरान क्लर्क संदीप ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसके अनुसार, 70 लाख रुपये की यह राशि केवल सुनील जैन के लिए नहीं थी, बल्कि इसे कई लोगों में बांटा जाना था। अब ACB उन अन्य लोगों की पहचान में जुटी है, जो इस भ्रष्टाचार के जाल में शामिल हो सकते हैं।
संयुक्त ऑपरेशन
इस पूरे ऑपरेशन को ACB की रोहतक और सोनीपत इकाइयों ने मिलकर अंजाम दिया। इंस्पेक्टर प्रमिला के नेतृत्व में दो टीमें गठित की गई थीं। एक टीम ने सोनीपत में क्लर्क संदीप को पकड़ा, जबकि दूसरी टीम ने दिल्ली में जाकर सुनील जैन को गिरफ्तार किया।
कानूनी कार्रवाई
दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर सुनील जैन को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है, जबकि क्लर्क संदीप को रिमांड के बाद जेल भेज दिया गया है।