Newzfatafatlogo

हरियाणा में किसानों के लिए धान की सीधी बुवाई पर 4500 रुपये की सहायता

हरियाणा में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने धान की सीधी बुवाई को प्रोत्साहित करने के लिए एक नई योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ 4500 रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी। योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को 10 जुलाई तक पंजीकरण कराना होगा। जानें इस योजना के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
 | 
हरियाणा में किसानों के लिए धान की सीधी बुवाई पर 4500 रुपये की सहायता

किसानों को मिलेगी वित्तीय सहायता

हरियाणा समाचार: कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने 2025 तक फसल विविधीकरण और जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक योजना शुरू की है, जिसके तहत किसानों को धान की सीधी बुवाई के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।


उप कृषि निदेशक राजबीर सिंह ने जानकारी दी कि इस योजना को हरियाणा के 12 जिलों में लागू किया गया है, जिसमें हिसार जिला भी शामिल है। उन्होंने बताया कि जिले में 10,000 एकड़ क्षेत्र में धान की सीधी बुवाई के लिए 4.50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। प्रत्येक किसान को प्रति एकड़ 4500 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी, और इस योजना में अधिकतम क्षेत्रफल की कोई सीमा नहीं है।


इच्छुक किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 10 जुलाई तक पंजीकरण कराना अनिवार्य है। उप कृषि निदेशक ने बताया कि सत्यापन के बाद राशि संबंधित किसानों के खातों में स्थानांतरित कर दी जाएगी। किसानों की जानकारी के लिए उपमंडल हिसार और हांसी द्वारा धान की सीधी बुवाई के प्रशिक्षण हेतु 40 शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिसके लिए 4 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है।


सहायक कृषि अभियंता ने बताया कि इसके अलावा 40 डीएसआर मशीनों पर प्रति मशीन 40,000 रुपये का अनुदान भी दिया जाएगा, जो दो योजनाओं के अंतर्गत उपलब्ध होगा। इसके लिए किसानों के पास ट्रैक्टर की वैध आरसी होनी चाहिए और पिछले तीन वर्षों में मशीन अनुदान नहीं लिया होना चाहिए। धान की सीधी बुवाई तकनीक से समय, पानी, ऊर्जा और पर्यावरण की बचत होती है, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलती है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे इस योजना का अधिकतम लाभ उठाएं।