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हरियाणा में गन्ना किसानों के लिए नई सब्सिडी योजना

हरियाणा के गन्ना किसानों के लिए 2025-26 में नई किस्म CO 15023 के बीजों पर अनुदान की घोषणा की गई है। इस योजना के तहत किसानों को विभिन्न विधियों से बुवाई करने पर अनुदान मिलेगा। इसके साथ ही, गेहूं के बीजों की कीमत में कमी की गई है। हालांकि, धान की मंडियों में रिकॉर्ड आवक के पीछे की वजह पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जानें इस योजना के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
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हरियाणा में गन्ना किसानों के लिए नई सब्सिडी योजना

हरियाणा गन्ना सब्सिडी 2025:

यदि आप गन्ना उगाने वाले किसान हैं, तो आपके लिए यह सूचना बेहद सकारात्मक है। कृषि विभाग ने 2025-26 में नई किस्म CO 15023 के बीजों की बुवाई और बिक्री पर आकर्षक अनुदान देने की घोषणा की है।


अनुदान की जानकारी

सहायक गन्ना विकास अधिकारी डॉ. बलजिंद्र सिंह ने बताया कि इस किस्म की बुवाई पर प्रति एकड़ 5,000 रुपये, चौड़ी विधि से बुआई पर 3,000 रुपये, सिंगल बड विधि पर 3,000 रुपये, और MHAT नर्सरी पर 5,000 रुपये का अनुदान मिलेगा। इसके अलावा, CO 15023 के बीज बेचने पर भी प्रति एकड़ 5,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा।


गन्ने की कटाई के लिए सब्सिडी

गन्ने की कटाई के लिए मिनी हारवेस्टर पर 50% सब्सिडी, जो अधिकतम 1 लाख रुपये तक है, उपलब्ध है। एक किसान एक मद में 5 एकड़ तक का लाभ उठा सकता है।


गेहूं के बीजों की कीमत में कमी

कुरुक्षेत्र। हरियाणा बीज विकास निगम ने कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल और पानीपत के सभी केंद्रों पर गेहूं की सभी किस्मों के बीज 1200 रुपये प्रति 40 किलो बैग की दर पर बेचना शुरू कर दिया है। निदेशक देव कुमार शर्मा ने किसानों से जल्दी से जल्दी केंद्रों पर पहुंचकर इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है।


धान की रिकॉर्ड आवक

कुरुक्षेत्र। इस वर्ष बाढ़ और बारिश ने 80 हजार एकड़ से अधिक धान की फसल को नुकसान पहुंचाया, फिर भी मंडियों में आवक पिछले वर्ष से अधिक हो गई है। अब तक 10 लाख 653 मीट्रिक टन धान आ चुका है, जबकि पिछले वर्ष इसी समय तक यह आंकड़ा 10 लाख 29 हजार 433 मीट्रिक टन था।


बाहर से धान लाने का आरोप

भाकियू नेता प्रिंस वड़ैच ने सवाल उठाया है कि जब 80 हजार एकड़ फसल खराब हो गई और प्रति एकड़ 10 क्विंटल तक कम उत्पादन हुआ, तो मंडियों में इतना धान कहां से आया? उनका दावा है कि बाहर का धान लाकर गड़बड़ी की गई है और इसकी गहन जांच की जानी चाहिए।