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हरियाणा में बच्चों की हत्या का मामला: आरोपी महिला की चौंकाने वाली कहानी

हरियाणा के पानीपत और सोनीपत में बच्चों की हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें आरोपी महिला ने चार बच्चों की हत्या की बात स्वीकार की है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य और बच्चों की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया है। जानें इस चौंकाने वाली कहानी के बारे में और अधिक जानकारी।
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हरियाणा में बच्चों की हत्या का मामला: आरोपी महिला की चौंकाने वाली कहानी

हरियाणा में बच्चों की हत्या का मामला

पानीपत और सोनीपत जिलों में बच्चों की हत्या का मामला पूरे हरियाणा को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने पूनम नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने पूछताछ में चार बच्चों की हत्या की बात स्वीकार की है।


गिरफ्तारी के बाद का खुलासा

पुलिस ने एक दिसंबर को छह साल की बच्ची विधि की मौत की जांच के दौरान पूनम को पकड़ा। पूछताछ में उसने विधि और जिया की हत्या के साथ-साथ दो अन्य बच्चों की हत्या का भी खुलासा किया।


इस जानकारी के आधार पर गोहाना के बरोदा थाने में उसके खिलाफ डबल मर्डर का नया मामला दर्ज किया गया है, जिसमें शुभम (3 वर्ष) और इशिका (10 वर्ष) की हत्या शामिल है।


हत्या के पीछे का कारण

पुलिस के अनुसार, पूनम ने तीन बच्चियों की हत्या की वजह यह बताई कि उसे उनकी सुंदरता से जलन होने लगी थी।


पुलिस ने बताया कि पूनम को लगता था कि ये बच्चियाँ भविष्य में उससे ज्यादा सुंदर बन जाएंगी, जिससे वह चिढ़ जाती थी।


हत्या की विधि

पुलिस ने बताया कि पूनम ने हर हत्या एक ही तरीके से की। उसने बच्चों को पानी से भरे टब में डुबोकर मार दिया।


पानीपत के पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आरोपी महिला मानसिक रूप से अस्थिर लगती है।


पिछले अपराधों का इतिहास

पुलिस के अनुसार, पूनम ने 2023 में भावर गांव में अपने बेटे सहित दो बच्चों की हत्या की और 2024 में सिवाह गांव में एक और बच्ची की जान ली।


अधिकारियों का कहना है कि उसका एक अन्य बच्चा अभी जीवित है।


मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मामलों में अक्सर मानसिक विकृति और अनियंत्रित नफरत शामिल होती है।


इस घटना ने यह साबित किया है कि परिवारिक अवसाद और मानसिक स्वास्थ्य पर समाज को गंभीर ध्यान देने की आवश्यकता है।


इस मामले का महत्व

यह मामला केवल अपराध नहीं है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों की सुरक्षा और घरेलू हिंसा से जुड़े व्यापक मुद्दों को उजागर करता है।


पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने मामले को उजागर किया, जो अन्यथा दुर्घटना समझकर दबा दिया जाता।