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हरियाणा में बिजली उपभोक्ताओं का बकाया 7,695.62 करोड़ रुपये तक पहुंचा

हरियाणा में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जहां 22.21 लाख उपभोक्ता डिफाल्टर बन चुके हैं। इन पर कुल 7,695.62 करोड़ रुपये का बकाया है, जिसमें ग्रामीण उपभोक्ताओं की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और सरकार द्वारा लागू की गई वन टाइम सेटलमेंट स्कीम के बारे में।
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हरियाणा में बिजली उपभोक्ताओं का बकाया 7,695.62 करोड़ रुपये तक पहुंचा

डिफाल्टर उपभोक्ताओं की संख्या में वृद्धि


हरियाणा में 22.21 लाख उपभोक्ता डिफाल्टर बन गए हैं. इन पर कुल 7,695.62 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया है। ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं पर सबसे अधिक राशि बकाया है, जबकि शहरी और औद्योगिक इकाइयां भी बिलों का भुगतान करने में पीछे हैं.


बकाया राशि का विवरण

ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं पर लगभग 4,400 करोड़ रुपये बकाया है, जबकि शहरी घरेलू उपभोक्ताओं पर करीब 834 करोड़ रुपये का बकाया है। कृषि क्षेत्र के किसानों पर 194 करोड़ रुपये और गैर-घरेलू (वाणिज्यिक) उपभोक्ताओं पर लगभग 770 करोड़ रुपये बकाया हैं.


औद्योगिक इकाइयों का बकाया

औद्योगिक इकाइयों पर 1,063 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया है, जबकि सरकारी विभागों पर 389 करोड़ रुपये का बकाया है.


बकाया न चुकाने पर कार्रवाई

बिजली बिल का भुगतान न करने पर जुर्माना और ब्याज लगाया जाता है, और कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जा सकती है. कनेक्शन कटने पर पुनः जोड़ने के लिए शुल्क देना पड़ता है.


डिफाल्टर उपभोक्ताओं की स्थिति

हरियाणा में 22 लाख 21 हजार 315 उपभोक्ता समय पर बिल का भुगतान नहीं कर पाए हैं. इनमें से कई उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति अभी भी चालू है.


वन टाइम सेटलमेंट स्कीम

बिजली मंत्री अनिल विज ने चार महीने पहले वन टाइम सेटलमेंट स्कीम की घोषणा की थी, जो 6 महीने तक लागू रहेगी. इस योजना के तहत 10% छूट और 100% सरचार्ज में छूट दी जा रही है.