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हरियाणा में मानसून की बारिश से जलभराव की स्थिति

हरियाणा में मानसून ने एक बार फिर से जोर पकड़ा है, जिससे कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। पानीपत और अन्य क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने आगामी बारिश का पूर्वानुमान भी जारी किया है। जानिए इस मानसून सीजन में अब तक कितनी बारिश हुई है और इससे जलस्रोतों पर क्या प्रभाव पड़ा है।
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हरियाणा में मानसून की बारिश से जलभराव की स्थिति

हरियाणा में बारिश का हाल

हरियाणा में मानसून ने एक बार फिर से गति पकड़ ली है। शनिवार सुबह से राज्य के कई जिलों में तेज बारिश हो रही है, जिसके कारण कई स्थानों पर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। पानीपत, सोनीपत, जींद, यमुनानगर, करनाल और कैथल में बारिश जारी है, जबकि झज्जर में हल्की बूंदाबांदी देखी गई।


पानीपत में यातायात प्रभावित

पानीपत में तेज बारिश के कारण अमर भवन चौक और पालिका बाजार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में लगभग 2 फीट तक पानी भर गया है, जिससे यातायात में बाधा आई और दुकानदारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।


मौसम पूर्वानुमान

मौसम विज्ञान केंद्र, चंडीगढ़ ने बताया कि आज दोपहर 2 बजे तक रोहतक, सोनीपत, पानीपत, करनाल, जींद और यमुनानगर में मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, हिसार और कुरुक्षेत्र में बादलों की घनी परत छाई हुई है।


हथिनीकुंड बैराज की स्थिति

हथिनीकुंड बैराज में शनिवार सुबह 7 बजे 58,000 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। खतरे की स्थिति को देखते हुए बैराज के फ्लड गेट अभी भी खुले हैं, ताकि अतिरिक्त पानी का बहाव नियंत्रित किया जा सके। निचले इलाकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।


मानसून सीजन की बारिश

इस मानसून सीजन में हरियाणा में अब तक 329.5 मिमी औसत बारिश हो चुकी है, जो सामान्य (290 मिमी) से 13% अधिक है। इससे राज्य के जलस्रोतों में वृद्धि हुई है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में जलभराव और फसलों को नुकसान की आशंका भी बनी हुई है।