हरियाणा में मारकंडा और यमुना नदियों का उफान, स्कूल बंद और एसडीआरएफ तैनात

आपात स्थिति के लिए कंट्रोल रूम स्थापित
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। वर्तमान में यह खतरे के निशान से लगभग 1 मीटर नीचे बह रही है, लेकिन इसके बढ़ने की संभावना बनी हुई है। वर्तमान में नदी में लगभग 18,000 क्यूसेक पानी बह रहा है। हिमाचल प्रदेश में हो रही बारिश के कारण यहां 40,000 क्यूसेक से अधिक पानी आने की आशंका है।
स्कूलों में छुट्टी की घोषणा
कुरुक्षेत्र जिले के 17 स्कूलों में भारी बारिश और जलभराव के कारण छुट्टी घोषित की गई है। इनमें पिहोवा के 9 गांवों के स्कूल शामिल हैं, जैसे कराह साहिब, अधोया, गंगहेड़ी, दिवाना, अज्मतपुर, खजानपुर, टाबरा, नैसी और जलबेहड़ा। शाहाबाद के 8 गांवों के स्कूलों में भी छुट्टी रहेगी।
डीसी ने स्थिति का जायजा लिया
डीसी विश्राम मीणा ने हालात का जायजा लेने के लिए कठवा गांव का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। एसडीआरएफ को राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया है।
फसल पर असर
कठवा, तंगौर, मलकपुर, मुगल माजरा और कलसाना में लगभग 9,000 एकड़ धान और गन्ने की फसल प्रभावित हुई है। जलभराव से झांसा और इस्माइलाबाद के कुछ क्षेत्रों में भी नुकसान हुआ है।
डीसी की अपील
डीसी ने जलभराव वाले क्षेत्रों में निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है। प्रशासन ने आपात स्थिति के लिए कंट्रोल रूम नंबर 01744-221035 जारी किया है।
यमुनानगर में स्थिति गंभीर

यमुनानगर में यमुना नदी ने सोमवार को अपना रौद्र रूप दिखाया। शाम को पानी का स्तर थोड़ा कम हुआ, लेकिन कई गांवों में पानी घुसने से तबाही मच गई। ओल्ड सहारनपुर पर यमुना का पानी बहने लगा, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
फरीदाबाद में भी बाढ़ का असर

फरीदाबाद में यमुना का पानी राजपुरा गांव के खेतों में भर गया है, जिससे फसलें प्रभावित हुई हैं। इसके अलावा, प्रह्लादपुर में एक 12 फीट लंबा अजगर झुग्गियों में घुस गया, जिसे वन्य जीव प्राणी विभाग ने रेस्क्यू किया।