Newzfatafatlogo

हरियाणा में सर्दी का असर: तापमान में गिरावट और किसानों के लिए सलाह

हरियाणा में सर्दी का मौसम दस्तक दे चुका है, तापमान में गिरावट आ रही है। फरीदाबाद में रात का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है और आने वाले दिनों में यह और गिर सकता है। मौसम विभाग ने लोगों को गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी है। किसानों को भी गेहूं की बिजाई में देरी न करने और फसलों की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने की चेतावनी दी गई है। जानें और क्या कहता है मौसम विभाग!
 | 
हरियाणा में सर्दी का असर: तापमान में गिरावट और किसानों के लिए सलाह

हरियाणा मौसम 16 नवंबर: सर्दी का आगाज़

फरीदाबाद | हरियाणा के निवासियों, सर्दी ने दस्तक दे दी है और यह और भी बढ़ने वाली है! फरीदाबाद में रात का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है, और आने वाले दिनों में यह 8 डिग्री तक नीचे जा सकता है।


तेज हवाओं का असर

सुबह और शाम को तेज हवाएं चल रही हैं, जो ठंड को और भी तीखा बना रही हैं। मौसम विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि गर्म कपड़े पहनें और किसान भाइयों, अपनी फसलों का विशेष ध्यान रखें।


फरीदाबाद: उत्तर भारत में सर्दी का प्रभाव

उत्तर भारत में ठंड ने दस्तक दे दी है और हरियाणा सबसे अधिक प्रभावित है। सुबह और शाम की ठंडी हवा हड्डियों को चीर रही है, और रात का तापमान लगातार गिर रहा है। एक हफ्ते पहले, केवल करनाल, हिसार, महेंद्रगढ़ और नारनौल जैसे कुछ शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे था, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। राज्य के लगभग दर्जन भर शहरों में रातें अब सिहरन भरी हो गई हैं। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ दिनों तक यह गिरावट जारी रहेगी।


मौसम विभाग का अपडेट – 18 नवंबर तक साफ आसमान

मौसम विभाग के अनुसार, 18 नवंबर तक हरियाणा में आसमान साफ रहेगा और सूखी हवाएं चलेंगी। इस कारण रात का तापमान और गिर सकता है। हालांकि, 19 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ का हल्का असर दिखाई देगा, जिससे बादल छाने की संभावना है। बादलों के कारण रात का तापमान थोड़ा ऊपर आ सकता है, लेकिन दिन में ठंड अधिक महसूस होगी। उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रही हवाएं मौसम को और सर्द बना देंगी। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है, जिसका असर मैदानी इलाकों पर भी पड़ेगा। सुबह और शाम को धुंध की आशंका भी है।


किसानों के लिए विशेष सलाह

कृषि मौसम विशेषज्ञ डॉ. मदन खीचड़ ने किसानों को चेतावनी दी है कि गेहूं की बिजाई में अब देरी न करें, इसे जल्द से जल्द पूरा करें। सरसों की फसल में इस मौसम में बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लेकर समय पर दवाइयां छिड़कें। फसल को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतें!