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हिमाचल प्रदेश में बारिश से तबाही: भूस्खलन और स्कूलों की बंदी

हिमाचल प्रदेश में मॉनसून के अंतिम चरण में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। किन्नौर में भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिससे जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, भारी बारिश के कारण अब तक छह लोगों की जान जा चुकी है और कई सड़कें बंद हैं। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं और ऑनलाइन क्लासेज का निर्देश दिया गया है। जानें इस स्थिति का विस्तार से।
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हिमाचल प्रदेश में बारिश से तबाही: भूस्खलन और स्कूलों की बंदी

हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर

हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का मौसम अपने अंतिम चरण में है, लेकिन बारिश का कहर जारी है। हाल ही में किन्नौर के नाथपा डैम के पास भूस्खलन की घटना हुई है, जिसका वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि पहाड़ का मलबा तेजी से नीचे गिर रहा है। हालांकि, इस घटना में किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है.


भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण अब तक छह लोगों की जान जा चुकी है। कई सड़कें और राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए हैं। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है.


प्रदेश में भारी बारिश का असर

जनजीवन अस्त-व्यस्त


पिछले 24 घंटों में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पूरे प्रदेश में जनजीवन प्रभावित हुआ है। शिमला में चार लोगों की मौत हुई है, जबकि सिरमौर और चंबा में भी जानें गई हैं। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है, जिसके चलते कई जिलों में स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं.


यातायात व्यवस्था पर असर

नेशनल हाईवे बंद


हिमाचल में भारी बारिश ने यातायात को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। चार राष्ट्रीय राजमार्ग और 1277 सड़कें बंद हो चुकी हैं। शिमला जिले में 267, मंडी में 256 और चंबा में 239 सड़कें बंद हैं। कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर मलबा गिरने के कारण सभी ट्रेनें 2 से 5 सितंबर तक रद्द कर दी गई हैं.


स्कूलों की बंदी और ऑनलाइन क्लासेज

स्कूलों की बंदी


भारी बारिश और रेड अलर्ट के मद्देनजर सरकार ने शिमला, सोलन, मंडी, चंबा, सिरमौर, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा और ऊना में सभी स्कूलों को 2 सितंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है। इस बार शिक्षकों और अन्य स्टाफ को भी स्कूल आने से छूट दी गई है और ऑनलाइन क्लासेज का निर्देश दिया गया है.


कुल्लू में बिजली संकट का खतरा

ब्लैकआउट का खतरा


कुल्लू जिले में HPPECL ने चेतावनी दी है कि लैंडस्लाइड के कारण 133 केवी लाइन पर खतरा है। यदि हालात नहीं सुधरे, तो जिले में ब्लैकआउट हो सकता है.


चंबा और शिमला में स्थिति गंभीर

चंबा और शिमला में स्थिति गंभीर


चंबा जिले में कई सड़कें बंद होने से लोग घरों में फंसे हुए हैं। चंबा-पठानकोट रोड कई स्थानों पर अवरुद्ध है। शिमला जिले में भूस्खलन से चार लोगों की मौत हुई है, जिनमें पिता-पुत्री भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने विधानसभा में प्रदेश को आपदा ग्रस्त घोषित किया है और बताया कि अब तक 3000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है.