हिसार में बारिश से तबाही: गांवों में जलभराव और फसलें बर्बाद

हिसार में बारिश का कहर
हिसार। हिसार में लगातार हो रही बारिश और जलभराव ने व्यापक नुकसान पहुंचाया है। गांवों में मकानों की दीवारों में दरारें आ गई हैं, फर्श टूट रहे हैं और छतें टपक रही हैं। दाहिमा गांव में टूटी हुई ड्रेन ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। जलभराव के कारण जिले के 101 स्कूलों में 10 सितंबर 2025 को भी छुट्टी रहेगी। हांसी में गोभी की 90% फसल बर्बाद हो चुकी है। आइए, इस संकट की पूरी जानकारी लेते हैं।
दाहिमा गांव में ड्रेन टूटने से बाढ़
हिसार के दाहिमा गांव में घग्गर मल्टीपर्पज ड्रेन मंगलवार को लाडवा और दाहिमा के बीच टूट गई। सरपंच प्रतिनिधि राजकुमार ने बताया कि पानी गुंजार की सीमा तक पहुंच गया है। कैमरी गांव में बारिश और ड्रेन टूटने से खेत, स्कूल, श्मशान घाट और PHC में पानी भर गया है। जोहड़ ओवरफ्लो हो गए हैं और 100 से अधिक घरों में दो फीट तक पानी घुस गया है। डीसी अनीश यादव ने ड्रेन का निरीक्षण किया, और 250 मनरेगा श्रमिक इसे ठीक करने में जुटे हैं। शहर में मंगलवार को हल्की बूंदाबांदी हुई, और 12 सितंबर तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है।
शास्त्री नगर और चंद्रलोक कॉलोनी में जलभराव
शास्त्री नगर और आसपास की 20 एकड़ कॉलोनियों में जलभराव से स्थिति गंभीर हो गई है। लोग गंदे पानी से होकर सब्जी, फल और दूध लाने को मजबूर हैं। निगमायुक्त नीरज ने वार्ड 18 और 19 का दौरा किया और जल्द समाधान के लिए योजना बनाने का निर्देश दिया। चंद्रलोक कॉलोनी में होशियार सिंह और कौशल्या देवी के मकानों की नींव में पानी घुसने से दीवारें टेढ़ी हो गईं और दरारें पड़ गई हैं। पार्षद सत्यवान पानू ने बताया कि खाली प्लॉटों में भी पानी जमा है।
घरों में टपकती छतें, लोग परेशान
कैमरी की काली देवी ने बताया कि बारिश से उनकी छत टपक रही है, और बारिश शुरू होते ही छत गिरने का डर रहता है। वह पड़ोसी के घर शरण लेती हैं। सुमन देवी ने कहा कि दीवारों में दरारें आ गई हैं, और मुआवजे की उम्मीद है। कुलदीप ने बताया कि गलियों का पानी जोहड़ में जाता है, जो अब ओवरफ्लो है। इससे 100 घरों में पानी घुस गया है, और फर्श व दीवारें क्षतिग्रस्त हैं।
हांसी में गोभी की फसल को नुकसान
हांसी में भारी बारिश ने गोभी की 90% फसल को बर्बाद कर दिया है। लगभग 4,000 एकड़ में होने वाली गोभी की खेती को भारी नुकसान हुआ है, और प्रति एकड़ 3-5 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। गोभी का भाव ₹80-100 प्रति किलो तक पहुंच गया है। पंजाब, दिल्ली, राजस्थान में जाने वाली हांसी की गोभी अब स्थानीय मंडी में भी कम दिख रही है। किसानों जैसे सुनील वर्मा, शिवकुमार घोड़ेला और राजेंद्र सैनी ने बताया कि बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है।