बेंगलुरु में सिद्धारमैया का बयान: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार के जाति जनगणना कराने के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने इस मुद्दे पर राहुल गांधी की निरंतर वकालत के लिए उनकी सराहना की।
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राहुल गांधी का पांच साल का संघर्ष
सिद्धारमैया ने कहा कि वह केंद्र के निर्णय का स्वागत करते हैं, लेकिन राहुल गांधी को विशेष बधाई देते हैं, जिन्होंने पिछले पांच वर्षों से जाति जनगणना कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में इस मुद्दे को शामिल किया था और यह संभवतः बिहार चुनावों से संबंधित हो सकता है।
सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण की आवश्यकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र ने इस निर्णय में बिहार चुनाव को ध्यान में रखा होगा। राहुल गांधी ने भी कहा है कि एक सामाजिक-आर्थिक और शैक्षिक सर्वेक्षण आवश्यक है।
राज्य के प्रयासों का उल्लेख
सिद्धारमैया ने राज्य के प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 2015 में कंथराज समिति के तहत एक जाति सर्वेक्षण किया गया था, जिसमें 1.65 लाख लोगों को शामिल किया गया था। हालांकि, उनके कार्यकाल के बाद इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कांग्रेस कार्यालय के बाहर राहुल गांधी के पोस्टर
कांग्रेस पार्टी कार्यालय के बाहर राहुल गांधी के पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें जाति जनगणना की मांग की गई है। पोस्टर में लिखा है, "क्या हमने नहीं कहा? मोदी जी को जाति जनगणना करानी होगी – हम सुनिश्चित करेंगे कि यह हो!"
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