Newzfatafatlogo

केंद्रीय कैबिनेट ने जाति जनगणना पर लगाई मुहर, बिहार में सियासी हलचल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने जाति जनगणना को मंजूरी दी है, जो बिहार चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण निर्णय है। इस फैसले पर बिहार के नेताओं की प्रतिक्रियाएँ आनी शुरू हो गई हैं। लालू यादव, तेजस्वी यादव और चिराग पासवान जैसे नेताओं ने इस निर्णय पर अपने विचार साझा किए हैं। जानें इस फैसले का राजनीतिक प्रभाव और नेताओं की प्रतिक्रियाएँ।
 | 

प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण निर्णय

केंद्रीय कैबिनेट ने जाति जनगणना पर लगाई मुहर, बिहार में सियासी हलचल

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 30 अप्रैल को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इस बैठक में जाति जनगणना को मंजूरी दी गई है। यह निर्णय बिहार चुनाव से पहले लिया गया है, जिससे राजनीतिक समीकरण में बदलाव की संभावना है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक के बाद जानकारी दी कि सरकार अब मूल जनगणना के साथ-साथ जातियों की भी गणना करेगी।


बिहार के नेताओं की प्रतिक्रियाएँ

जातिगत जनगणना पर नेताओं की प्रतिक्रियाएँ:

बिहार के नेताओं ने केंद्र के इस निर्णय पर अपनी प्रतिक्रियाएँ देना शुरू कर दिया है।


लालू यादव की प्रतिक्रिया

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने इस फैसले पर कहा कि अब हमें जातिवादी कहने वालों को जवाब देने का मौका मिला है।


तेजस्वी यादव का बयान

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे अपनी जीत बताया। उन्होंने कहा कि सरकार को हमारी बात मानने के लिए मजबूर होना पड़ा है।


चिराग पासवान का दृष्टिकोण

लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि यह निर्णय देश के हित में महत्वपूर्ण है। मोदी सरकार का यह कदम समावेशी विकास की दिशा में उठाया गया है।