चरणजीत सिंह चन्नी का विवादित बयान: क्या सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगना सही है?

पंजाब में सियासी हलचल
Punjab: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एक बयान ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है। चन्नी ने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार से सबूत की मांग की, जिससे भाजपा नेताओं में नाराजगी फैल गई और उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी। इसके बाद, चन्नी को यह स्पष्ट करना पड़ा कि उनका इरादा सबूत मांगने का नहीं था।
चन्नी का बयान
क्या बोले चन्नी?
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद, चन्नी ने कहा, 'क्या हमारे देश में कोई बम गिरने पर पता नहीं चलेगा? सर्जिकल स्ट्राइक का दावा किया गया, लेकिन कुछ भी दिखाई नहीं दिया।' उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को जवाब देने के लिए सरकार को 10 दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
भाजपा का जवाब
BJP का पलटवार - 'राहुल के साथ पाकिस्तान चले जाओ'
चन्नी के बयान के बाद भाजपा नेताओं ने उन पर और राहुल गांधी पर निशाना साधा। दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, 'कांग्रेस और गांधी परिवार बार-बार सेना को झूठा साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान ने खुद सर्जिकल स्ट्राइक को स्वीकार किया है, तो कांग्रेस क्यों सवाल उठा रही है?' उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि अगर चन्नी को सबूत चाहिए, तो उन्हें राहुल गांधी के साथ पाकिस्तान जाकर जांच करनी चाहिए।
भाजपा का बड़ा आरोप
भाजपा ने लगाया बड़ा आरोप
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पार्टी सेना का मनोबल गिरा रही है और पाकिस्तान से निर्देश ले रही है। वहीं, शिवसेना नेता शाइना एनसी ने कहा कि कांग्रेस लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों को सम्मानित करती है और इस समय देश के साथ खड़े होने के बजाय राजनीति कर रही है।
चन्नी का स्पष्टीकरण
अब पलटे चन्नी – बोले, मैं तो साथ हूं सरकार के
भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया के बाद, चन्नी ने अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि वह सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत नहीं मांग रहे थे और उनका उद्देश्य सरकार की नीयत पर सवाल उठाना नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस इस संकट के समय में सरकार के साथ खड़ी है, चाहे वह पाकिस्तान को पानी की आपूर्ति रोकने की बात हो या हवाई कार्रवाई करने की।