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चरणजीत सिंह चन्नी का सर्जिकल स्ट्राइक पर विवादास्पद बयान

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 2019 में पुलवामा हमले के बाद की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए एक नया विवाद खड़ा किया है। भाजपा ने उनके बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, आरोप लगाते हुए कि यह सेना का मनोबल गिराने का प्रयास है। इस विवाद ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को राजनीतिक बहस का हिस्सा बनाने के सवाल को फिर से उजागर किया है। जानें इस मुद्दे की गहराई और दोनों पक्षों की प्रतिक्रियाएं।
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चरणजीत सिंह चन्नी का सर्जिकल स्ट्राइक पर विवादास्पद बयान

चन्नी का बयान और राजनीतिक विवाद

चरणजीत सिंह चन्नी का विवादित बयान: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने 2019 में पुलवामा हमले के बाद भारत द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा, 'मुझे आज तक यह नहीं पता चला कि स्ट्राइक कहां हुई, कौन मरा और पाकिस्तान में यह कब और कहां हुआ। किसी ने कुछ नहीं देखा।' उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्होंने हमेशा सबूत मांगे हैं।


भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

भाजपा का हमला: भाजपा ने चन्नी के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कांग्रेस पर सेना का मनोबल गिराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'चरणजीत सिंह चन्नी का यह बयान कांग्रेस और गांधी परिवार की गंदी मानसिकता को दर्शाता है। आप राहुल गांधी के साथ पाकिस्तान जाकर एयर स्ट्राइक के सबूत देख सकते हैं।' सिरसा ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने खुद स्वीकार किया है कि भारत की सर्जिकल स्ट्राइक से उसे भारी नुकसान हुआ था।


संबित पात्रा का आरोप

भाजपा प्रवक्ता का वार: भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर पाकिस्तान समर्थक रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, 'बाहर से वे कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) हैं, लेकिन अंदर से वे पाकिस्तान कार्यसमिति (PWC) हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पाकिस्तानी आतंकवादियों और सेना को ऑक्सीजन देने का कोई मौका नहीं छोड़ती।


कांग्रेस की सफाई

कांग्रेस की प्रतिक्रिया: कांग्रेस कार्यसमिति ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार से जवाब मांगते हुए राष्ट्रीय एकता की प्रतिबद्धता दोहराई। चन्नी ने इसी संदर्भ में कहा, 'हम मांग करते हैं कि सरकार बताये कि हमले के जिम्मेदार कौन हैं और कार्रवाई कब होगी। दस दिन हो गए हैं, देश इंतजार कर रहा है कि 56 इंच का सीना कब कार्रवाई करेगा।'


राष्ट्रीय सुरक्षा या राजनीतिक लड़ाई?

विवाद का सार: इस पूरे विवाद ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को राजनीतिक बहस का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। जहां भाजपा इसे सेना के अपमान का मामला बता रही है, वहीं कांग्रेस जवाबदेही की मांग कर रही है।