जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर आतंकी हमला: पीएम मोदी ने गृह मंत्री से की चर्चा
प्रधानमंत्री की चिंता और गृह मंत्री की कार्रवाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के संदर्भ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बातचीत की। इस वार्ता के दौरान, पीएम मोदी ने इस घटना को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की और गृह मंत्री को निर्देश दिया कि वे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं। इसके साथ ही, उन्होंने अमित शाह से हमले की जगह का दौरा कर जमीनी हालात का आकलन करने का भी अनुरोध किया।
हाईलेवल बैठक का आयोजन
गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस बैठक में पहलगाम हमले के साथ-साथ क्षेत्र की सुरक्षा का भी मूल्यांकन किया जाएगा।
तलाशी अभियान जारी
इससे पहले, अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार दोपहर को अनंतनाग जिले के पहलगाम क्षेत्र में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम 12 पर्यटक घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद, सुरक्षा बल और पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे। घायलों की संख्या को देखते हुए एंबुलेंस भी भेजी गई। अधिकारियों ने बताया कि इलाके को सील कर दिया गया है और हमलावरों की तलाश के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए सभी निकास मार्गों पर जांच तेज कर दी है।
भाजपा नेता की प्रतिक्रिया
भाजपा नेता रविन्द्र रैना ने पहलगाम में हुई घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह हमला "पाकिस्तानी आतंकवादियों" द्वारा निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया। उन्होंने कहा, "पाकिस्तानी आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में कायरतापूर्ण हमला किया है। ये आतंकवादी भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बहादुर जवानों का सामना नहीं कर सकते।" रैना ने यह भी कहा कि हमलावरों ने जानबूझकर निहत्थे नागरिकों को निशाना बनाया।
महबूबा मुफ़्ती की निंदा
महबूबा मुफ़्ती ने पर्यटकों पर हुए हमले की कड़ी निंदा की, जिसमें दुखद रूप से पांच लोग मारे गए और कई घायल हुए। उन्होंने कहा कि ऐसी हिंसा अस्वीकार्य है और इसकी निंदा की जानी चाहिए। महबूबा ने कहा कि कश्मीर ने हमेशा पर्यटकों का स्वागत किया है, इसलिए यह घटना चिंताजनक है। उन्होंने अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने और सुरक्षा चूक की जांच के लिए गहन जांच की आवश्यकता पर जोर दिया।