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फारूक अब्दुल्ला ने बिलावल भुट्टो के बयानों को किया खारिज, कहा आगे बढ़ने के लिए जरूरी है समीक्षा

जम्मू और कश्मीर के नेता फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयानों को महत्व देने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि भुट्टो की टिप्पणियों पर ध्यान केंद्रित करने से देश की प्रगति बाधित होगी। इसके साथ ही, उन्होंने सिंधु जल संधि की समीक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया। हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद की स्थिति को लेकर भी उन्होंने चिंता व्यक्त की। भुट्टो ने पाकिस्तान के अतीत को स्वीकार करते हुए कहा कि देश ने चरमपंथ की कई लहरों का सामना किया है, लेकिन अब सुधारों की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
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फारूक अब्दुल्ला ने बिलावल भुट्टो के बयानों को किया खारिज, कहा आगे बढ़ने के लिए जरूरी है समीक्षा

फारूक अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया

जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के हालिया बयानों को महत्व देने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि यदि हम भुट्टो की टिप्पणियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो देश की प्रगति संभव नहीं है। अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सिंधु जल संधि की समीक्षा की आवश्यकता है, क्योंकि हमारी नदियां और हम खुद वंचित हैं।


आतंकवादी हमले के बाद की स्थिति

पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत और कई अन्य घायल हुए, जिससे तनाव और सुरक्षा चिंताओं में वृद्धि हुई है। इस घटना ने दोनों देशों के बीच कूटनीतिक प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है। अब्दुल्ला की टिप्पणी पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री द्वारा आतंकवादी समूहों के साथ संबंधों को स्वीकार करने के बाद आई है।


भुट्टो का बयान


भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान का एक अतीत है, और यह रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ द्वारा आतंकवादी समूहों को समर्थन देने की बात स्वीकार करने के बाद आया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने चरमपंथ की कई लहरों का सामना किया है, लेकिन अब सुधारों की दिशा में कदम उठाए गए हैं।


भुट्टो का इतिहास पर दृष्टिकोण

गुरुवार को स्काई न्यूज़ के यल्दा हकीम से बातचीत में भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान का अतीत कोई रहस्य नहीं है और इसके परिणामस्वरूप देश को नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि यह हमारे इतिहास का एक दुर्भाग्यपूर्ण हिस्सा है, लेकिन अब हम आंतरिक सुधारों के माध्यम से इस समस्या का समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं।