भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' पर पाकिस्तान की बौखलाहट: रक्षा मंत्री के फर्जी दावे और झूठी तस्वीरें

ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर प्रभावी कार्रवाई की है, जिसके बाद पाकिस्तान की बौखलाहट स्पष्ट हो गई है। भारत ने पहलगाम हमले का सटीक जवाब देकर पाकिस्तान के नापाक इरादों को नकार दिया है। अब पाकिस्तान अपनी शर्मिंदगी को छिपाने के लिए झूठी खबरें और पुरानी तस्वीरें फैला रहा है, और यह चौंकाने वाला है कि इस झूठ में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री भी शामिल हैं।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का फर्जी दावा
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने खुद किया फर्जी दावा
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ARY न्यूज पर यह दावा किया कि भारत के हमले के बाद कई भारतीय सैनिकों को 'प्रिजनर ऑफ वॉर' बना लिया गया है। लेकिन थोड़ी देर बाद ही उन्होंने अपने बयान से पलटी मारते हुए कहा कि कोई भी भारतीय सैनिक गिरफ्तार नहीं किया गया। यह सवाल उठता है कि क्या एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह की गैर-जिम्मेदार बातें करनी चाहिए? अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों ने भी इस पर आश्चर्य व्यक्त किया है।
फर्जी तस्वीरें और सोशल मीडिया पर अफवाहें
फर्जी तस्वीरें, झूठे वीडियो और सोशल मीडिया पर अफवाहों की सुनामी
पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे X (ट्विटर), फेसबुक और TikTok पर भारत की कार्रवाई के तुरंत बाद झूठ की बाढ़ आ गई। जलती इमारतें, रोते हुए बच्चे और मस्जिदों की टूटी हुई तस्वीरें साझा की गईं, यह दावा करते हुए कि ये भारत के हमलों के बाद की हैं। लेकिन जब इनकी फैक्ट-चेकिंग की गई, तो पता चला कि ये तस्वीरें यमन, गाजा या सीरिया की हैं, जिनका भारत या पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं है।
भारत का ठोस जवाब
भारत का जवाब: ठोस, सटीक और संयमित
भारत ने स्पष्ट किया है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य बेस पर हमला नहीं किया गया। यह दर्शाता है कि भारत की मंशा केवल आतंकवाद को समाप्त करना है, न कि युद्ध भड़काना। पाकिस्तान का यह झूठ फैलाना यह दिखाता है कि वह न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी विफलता छिपाना चाहता है, बल्कि अपने नागरिकों को भी भ्रमित कर रहा है। जब एक देश का रक्षा मंत्री ही गलत जानकारी दे, तो बाकी मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म्स से क्या उम्मीद की जा सकती है?