महेंद्रगढ़ में दादा की हत्या: पारिवारिक विवाद का खौफनाक परिणाम
महेंद्रगढ़ में दादा की हत्या
महेंद्रगढ़ में दादा की हत्या: पारिवारिक विवाद का खौफनाक परिणाम: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में एक चौंकाने वाली हत्या ने सभी को हिला दिया है। कनीना उपमंडल के चेलावास गांव में एक पौते ने अपने दादा पर कुल्हाड़ी से हमला कर उनकी जान ले ली।
इस घटना के पीछे परिवार में चल रहे जमीन के बंटवारे और कर्ज को लेकर विवाद बताया जा रहा है। आइए, इस मामले की पूरी जानकारी लेते हैं।
चेलावास में हुई दुखद घटना
महेंद्रगढ़ के चेलावास गांव में शुक्रवार शाम को एक दुखद घटना घटी। मृतक दयानंद के छोटे बेटे विनोद कुमार ने बताया कि वह अपने पांच भाइयों में सबसे छोटा है।
उस शाम लगभग सात बजे, उसने अपने पिता को खाना खिलाया और उन्हें दरवाजे के पास चारपाई पर लिटाकर खुद खाना खाने अंदर चला गया। इसी दौरान, उसके बड़े भाई का बेटा नरेंद्र कुल्हाड़ी लेकर आया और चारपाई पर लेटे दयानंद के सिर पर कई बार वार किए। गंभीर चोटों के कारण दयानंद की मौके पर ही हालत बिगड़ गई।
अस्पताल में मृत घोषित
शोर सुनकर विनोद बाहर आया तो नरेंद्र ने उस पर भी कुल्हाड़ी से हमला करने की कोशिश की, लेकिन वह बच गया। विनोद ने देखा कि बाहर कुछ अन्य लोग भी लोहे की नकली लिए खड़े थे।
लहूलुहान हालत में विनोद अपने पिता को तुरंत कनीना के उप नागरिक अस्पताल ले गया, लेकिन डॉक्टरों ने दयानंद को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर अस्पताल भेजा।
परिवार में चल रहा था विवाद
पुलिस को दी गई शिकायत में विनोद ने बताया कि नरेंद्र और उसके साथियों ने पहले भी परिवार को खत्म करने की धमकी दी थी। प्रारंभिक जांच में पता चला कि इस हत्याकांड के पीछे परिवार में लोन की राशि चुकाने और जमीन के बंटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था।
यह विवाद इतना बढ़ गया कि नरेंद्र ने अपने दादा पर क्रूर हमला कर दिया। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, लेकिन अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
पुलिस की कार्रवाई और सवाल
पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और नरेंद्र समेत अन्य संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है। इस घटना ने परिवार के बीच संपत्ति विवाद और छोटी-छोटी बातों के बड़े परिणामों को उजागर किया है।
साथ ही, पुलिस की त्वरित कार्रवाई और मामले को दर्ज करने में देरी पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोग इस वारदात से सकते में हैं और गांव में तनाव का माहौल है।
समाज के लिए सबक
यह हत्याकांड परिवार में आपसी विवादों को सुलझाने की जरूरत को रेखांकित करता है। जमीन और पैसे के लालच में रिश्तों की बलि चढ़ जाना दुखद है। समाज और प्रशासन को मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और त्वरित हस्तक्षेप की जरूरत है।