BJP अध्यक्ष चुनाव में देरी: विपक्ष ने उठाए गंभीर सवाल

BJP अध्यक्ष चुनाव में देरी पर विपक्ष की प्रतिक्रिया
BJP अध्यक्ष चुनाव: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में हो रही देरी पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है। विपक्षी गठबंधन 'INDIA' के सदस्य शिवसेना (यूबीटी) ने इस मुद्दे पर भाजपा की आलोचना की है। उनका कहना है कि जो पार्टी पूरे देश की सरकार चला रही है, वह अपने संगठन के प्रमुख का चयन नहीं कर पा रही है, जो कि चिंताजनक है।
शिवसेना (UBT) का भाजपा पर हमला
शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “भाजपा के भीतर यह तय नहीं हो पा रहा है कि पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा। यह वही पार्टी है जो देश की सत्ता संभाल रही है, लेकिन अपने संगठन के नेतृत्व के लिए एकमत नहीं बना पा रही है। यह स्थिति देश के लिए चिंता का विषय है।”
भाजपा की क्षमता पर सवाल
राउत ने भाजपा पर तंज करते हुए कहा कि भाजपा चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट के जज, और उपराष्ट्रपति तक को बदल सकती है, लेकिन अपनी पार्टी का अध्यक्ष नहीं चुन पा रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब धनखड़ साहब को स्वास्थ्य कारणों से घर भेजा जा सकता है, तो फिर पार्टी अध्यक्ष का चुनाव क्यों नहीं किया जा सकता? उनका इशारा पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की हालिया विदाई की ओर था, जिनकी जगह सीपी राधाकृष्ण उपराष्ट्रपति चुने गए हैं।
नड्डा का कार्यकाल और नए अध्यक्ष की संभावनाएं
भाजपा में वर्तमान में केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। उनका कार्यकाल पहले ही बढ़ाया जा चुका है, लेकिन पार्टी अब तक नए अध्यक्ष की घोषणा नहीं कर पाई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी इस पद के लिए नया चेहरा सामने ला सकती है, लेकिन इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
अध्यक्ष पद के लिए संभावित उम्मीदवार
हालांकि भाजपा की ओर से किसी उम्मीदवार का नाम स्पष्ट नहीं किया गया है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई नेताओं के नाम चर्चा में हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शामिल हैं। हालांकि, किसी भी नेता ने इन अटकलों की पुष्टि नहीं की है।