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Devendra Fadnavis का ठाकरे भाइयों पर हमला: 'यह विजय उत्सव नहीं, शोक सभा है'

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे भाइयों की रैली पर तीखा हमला करते हुए इसे 'राजनीतिक शोक सभा' करार दिया। उन्होंने उद्धव ठाकरे के भाषण को 'रुदाली' की उपमा दी और कहा कि इसमें मराठी भाषा का कोई उल्लेख नहीं था। फडणवीस ने ठाकरे परिवार पर आरोप लगाया कि वे मराठी अस्मिता की बात नहीं करते। जानें इस राजनीतिक विवाद के पीछे की कहानी और फडणवीस की प्रतिक्रिया।
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Devendra Fadnavis का ठाकरे भाइयों पर हमला: 'यह विजय उत्सव नहीं, शोक सभा है'

फडणवीस का तीखा वार

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को मुंबई में ठाकरे भाइयों की संयुक्त रैली पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने इसे 'विजय उत्सव' के बजाय 'राजनीतिक शोक सभा' करार दिया। फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के भाषण को 'रुदाली' की उपमा दी, जो राजस्थान की एक परंपरा में शोक व्यक्त करने वाली महिलाओं को कहा जाता है।


फडणवीस का ठाकरे परिवार पर आरोप

उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना, फडणवीस ने कहा कि भाषण में मराठी भाषा का उल्लेख नहीं किया गया, बल्कि यह बताया गया कि उनकी सरकार कैसे गिरी और वे सत्ता में लौटने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कोई विजय रैली नहीं थी, बल्कि सत्ता से बाहर होने का विलाप था। यह टिप्पणी तब आई जब राज ठाकरे ने फडणवीस को व्यंग्य में यह श्रेय दिया कि उनकी वजह से ठाकरे भाई एक मंच पर आ सके। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा कि राज ठाकरे को धन्यवाद, जिन्होंने भाइयों को मिलवाने का श्रेय मुझे दिया। शायद मुझे बालासाहेब ठाकरे का आशीर्वाद मिला है। ठाकरे भाइयों की यह रैली राज्य सरकार द्वारा स्कूलों में कक्षा 1 से हिंदी पढ़ाने के विवादित निर्णय को वापस लेने के फैसले के बाद बुलाई गई थी। फडणवीस ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) पिछले 25 वर्षों तक मुंबई के नगर निकाय में रही, फिर भी शहर का वास्तविक विकास नहीं कर पाई। इसके विपरीत, मोदी सरकार ने मराठी जनता को बीडीडी चाल, पात्रा चाल और अभ्युदय नगर में उनके हक के मकान दिए हैं, जिससे विरोधियों में ईर्ष्या है।