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IAS अधिकारी संस्कृति जैन की भावुक विदाई: सिवनी से भोपाल तक का सफर

IAS अधिकारी संस्कृति जैन की विदाई सिवनी से भोपाल तक एक भावुक यात्रा है। उनके कार्यकाल में प्रशासनिक दक्षता और जनसंपर्क की मिसालें देखने को मिलीं। विदाई समारोह में स्थानीय लोगों ने उन्हें अनोखे अंदाज में अलविदा कहा, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जानें उनके जीवन और प्रशासनिक सफर के बारे में।
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IAS अधिकारी संस्कृति जैन की भावुक विदाई: सिवनी से भोपाल तक का सफर

संस्कृति जैन की अनोखी विदाई

IAS संस्कृति जैन: भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में तबादले सामान्य होते हैं, लेकिन कुछ अधिकारी अपनी कार्यशैली और जनसंपर्क के कारण विशेष पहचान बना लेते हैं। संस्कृति जैन, जिन्हें सिवनी जिले से विदाई के समय स्थानीय लोगों और कर्मचारियों ने भावुकता से अलविदा कहा, इसका एक बेहतरीन उदाहरण हैं।


2015 बैच की यह प्रतिभाशाली अधिकारी सिवनी में लगभग एक वर्ष तक कलेक्टर के रूप में कार्यरत रहीं। हाल ही में मध्यप्रदेश सरकार ने 12 जिलों के कलेक्टरों का तबादला किया, जिसमें संस्कृति जैन का नाम भी शामिल है। अब उन्हें भोपाल नगर निगम की आयुक्त और मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की अतिरिक्त प्रबंध निदेशक का कार्यभार सौंपा गया है।


प्रशासनिक दक्षता और जनसंपर्क

संस्कृति जैन की कार्यशैली: सिवनी में अपने कार्यकाल के दौरान, संस्कृति जैन ने प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और तत्परता दिखाई। उन्होंने आम जनता से संवाद और जुड़ाव पर विशेष ध्यान दिया। उनकी सुलभता और संवेदनशीलता ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया।



उनके कार्यकाल में कई विकासात्मक और सामाजिक योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया गया। जब उनके तबादले की सूचना आई, तो स्थानीय लोगों और कर्मचारियों के बीच भावनात्मक माहौल बन गया।


भावुक विदाई समारोह

विदाई समारोह का दृश्य किसी फिल्म के दृश्य से कम नहीं था। उनके सम्मान में आयोजित समारोह के बाद, सहकर्मियों और कर्मचारियों ने उन्हें सजाई हुई पालकी में बैठाकर विदाई दी। इस दौरान उनकी दो छोटी बेटियाँ भी उनके साथ थीं। पृष्ठभूमि में हिंदी फिल्म का गीत "पालकी में होकर सवार चली..." बज रहा था, जिससे माहौल भावनाओं से भर गया।


इस अनोखे पल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें लोग उनके प्रति अपने स्नेह और सम्मान को व्यक्त कर रहे हैं। नेटिज़न्स ने इस विदाई को "दिल को छू लेने वाला पल" बताया।


संस्कृति जैन का जीवन और प्रशासनिक यात्रा

14 फरवरी 1989 को श्रीनगर में जन्मी IAS संस्कृति जैन का बचपन देश के विभिन्न हिस्सों में बीता। उनके पिता भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट थे और माता मेडिकल कॉर्प्स में कार्यरत रहीं। उन्होंने गोवा से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और LAMP फेलोशिप प्राप्त की। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने UPSC परीक्षा केवल मित्रों के सुझाव पर "मजे में" दी थी, और पहले ही प्रयास में सफल हो गईं।


दूसरे प्रयास में उन्हें भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में चयन मिला और तीसरे प्रयास में उन्होंने संपूर्ण भारत में 11वीं रैंक प्राप्त कर IAS बनीं। मध्यप्रदेश कैडर की यह अधिकारी पहले रीवा नगर निगम आयुक्त, सतना की अतिरिक्त कलेक्टर, मऊगंज की SDM, और अलीराजपुर व नर्मदापुरम की जिला पंचायत CEO रह चुकी हैं।


सिवनी में संस्कृति जैन की विदाई केवल एक प्रशासनिक घटना नहीं, बल्कि जनता और अधिकारी के बीच बने विश्वास और भावनात्मक संबंध का प्रतीक बन गई। उनकी कार्यशैली, संवेदनशीलता और सादगी ने उन्हें जनता के दिलों में एक स्थायी स्थान दिलाया है। अब जब वे भोपाल में नई जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगी, तो सिवनी की जनता उनकी यादों को लंबे समय तक संजोए रखेगी।