IPS अधिकारी पूरन कुमार की आत्महत्या: चंडीगढ़ में पोस्टमार्टम पर विवाद जारी

IPS आत्महत्या मामला: चंडीगढ़ में गतिरोध
IPS आत्महत्या मामला: चंडीगढ़: चंडीगढ़ में IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में पोस्टमार्टम को लेकर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं हुई है। मृतक की पत्नी, IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार और उनके परिवार के सदस्य पोस्टमार्टम के लिए राजी नहीं हैं।
चंडीगढ़ प्रशासन और पुलिस ने सभी आवश्यक तैयारियां कर ली थीं, लेकिन परिवार की असहमति ने प्रक्रिया को रोक दिया। अब पुलिस कानूनी उपायों पर विचार कर रही है। संदिग्ध मौतों के मामलों में पोस्टमार्टम अनिवार्य होता है। यदि परिवार सहमति नहीं देता है, तो जांच टीम CrPC की धारा 174 और 175 के तहत कार्रवाई कर सकती है या मजिस्ट्रेट से आदेश प्राप्त कर सकती है। घटनास्थल के सबूतों का विश्लेषण करना जांच के लिए अत्यंत आवश्यक है।
राहुल गांधी का चंडीगढ़ दौरा
राहुल गांधी का चंडीगढ़ दौरा IPS आत्महत्या मामले में
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी 14 अक्टूबर को चंडीगढ़ का दौरा करेंगे। वह दिवंगत IPS पूरन कुमार को श्रद्धांजलि देंगे और उनके परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त करेंगे। खबरें हैं कि सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी उनके घर जा सकती हैं, लेकिन इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है। इस दौरे से मामला और संवेदनशील हो सकता है।
IPS पूरन कुमार की आत्महत्या का कारण
IPS पूरन कुमार की आत्महत्या
पूरन कुमार ने आत्महत्या की थी जब वह रोहतक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में IG के पद पर कार्यरत थे। मौके से मिले सुसाइड नोट में उन्होंने कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे।
उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार ने हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर, रोहतक SSP नरेंद्र बिजारनिया और अन्य अधिकारियों पर उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया। उनकी शिकायत के आधार पर 13 अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
सरकार की कार्रवाई
सरकार का बड़ा एक्शन
इस मामले में हरियाणा सरकार ने कठोर कदम उठाए हैं। रोहतक के SSP नरेंद्र बिजारनिया को उनके पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह सुरिंदर सिंह भोरिया को नया SSP नियुक्त किया गया है।
बिजारनिया को अभी कोई नया पद नहीं दिया गया है। इसके अलावा, DGP शत्रुजीत कपूर को भी लंबी छुट्टी पर भेजा गया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा, “सरकार इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएगी। चाहे कोई कितना भी बड़ा अधिकारी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।” इस केस ने हरियाणा पुलिस में हलचल मचा दी है।