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Mithun Chakraborty की पाकिस्तान को चेतावनी: 'ब्रह्मोस मिसाइलें चलेंगी अगर...'

Mithun Chakraborty ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर भारत की स्थिति बिगड़ती है, तो ब्रह्मोस मिसाइलें दागी जाएंगी। इस लेख में जानें कि कैसे भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं और मिथुन का मजाकिया अंदाज क्या दर्शाता है। क्या भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा कर पाएगा? पढ़ें पूरी जानकारी के लिए।
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Mithun Chakraborty की पाकिस्तान को चेतावनी: 'ब्रह्मोस मिसाइलें चलेंगी अगर...'

Mithun Chakraborty की कड़ी प्रतिक्रिया

Mithun Chakraborty: भारतीय राजनीति में कदम रखने के बाद, अभिनेता से नेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के हालिया बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बिलावल ने कहा था कि यदि भारत ने सिंधु नदी पर बांध बनाने की कोशिश की, तो इससे युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस पर मिथुन ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भारत की स्थिति बिगड़ती है, तो एक के बाद एक ब्रह्मोस मिसाइलें दागी जाएंगी। उनका यह बयान पाकिस्तान के बयान के प्रति गहरी चिंता और चेतावनी का संकेत था।


भारत की खोपड़ी सनक गई तो...

कोलकाता में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि यदि पाकिस्तान अपनी धमकियों को जारी रखता है और भारत की स्थिति बिगड़ती है, तो ब्रह्मोस जैसे शक्तिशाली हथियारों की बौछार शुरू हो जाएगी। उनका इशारा भारतीय सेना की उस साहसिक कार्रवाई की ओर था, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ की गई थी। उन्होंने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर उसने अपने भड़काऊ बयानों को जारी रखा, तो उसे भारतीय सेना के कठोर कदमों का सामना करना पड़ेगा।


बिलावल भुट्टो की आलोचना

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने इस मुद्दे पर कहा था कि यदि सिंधु जल संधि में बदलाव होता है और भारत सिंधु नदी पर बांध बनाता है, तो यह पाकिस्तान की संस्कृति और सभ्यता पर हमला होगा। उन्होंने कहा, "अगर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंधु नदी पर हमले की घोषणा की, तो यह हमारे इतिहास और संस्कृति पर बड़ा आक्रमण होगा।" यह बयान पाकिस्तान के एक बड़े ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रतीक की रक्षा की भावना से प्रेरित था, लेकिन भारतीय पक्ष ने इसे नकारते हुए अपनी संप्रभुता का उल्लंघन न करने की बात कही।


भारत का कड़ा रुख

हाल के समय में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं, खासकर पहलगाम आतंकी हमले के बाद, जिसके चलते भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि भारत इस ऐतिहासिक समझौते को कभी बहाल नहीं करेगा। इसके साथ ही भारत ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पाकिस्तान द्वारा की गई किसी भी ऐसी कार्रवाई का जवाब दिया जाएगा, जो भारत की संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाले।


मिथुन का मजाकिया अंदाज

मिथुन चक्रवर्ती ने पाकिस्तान पर तंज कसते हुए कहा कि यदि पाकिस्तान इस तरह के बयान देता रहता है, तो भारत के पास भी विकल्प हैं। उन्होंने मजाक में कहा, "हमने एक ऐसा बांध बनाने के बारे में भी सोचा है, जहाँ 140 करोड़ लोग पेशाब करेंगे। फिर हम उस बाँध को खोल देंगे, और इससे सुनामी आ जाएगी।" हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि यह बयान पाकिस्तान के लोगों के खिलाफ नहीं था, बल्कि यह उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के लिए कहा था।


भारत की संप्रभुता की रक्षा

मिथुन का यह बयान भारतीय संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भारत के कड़े रुख को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को समझना चाहिए कि भारत अपने संविधान, संस्कृति, और राष्ट्रहित से कभी समझौता नहीं करेगा। अगर पाकिस्तान भारत की सीमाओं की ओर नजर उठाएगा, तो उसे पूरी ताकत से जवाब दिया जाएगा।


भारत की नीति

मिथुन चक्रवर्ती का बयान यह स्पष्ट करता है कि भारत की नीति हमेशा अपनी संप्रभुता, संस्कृति, और रक्षा पर आधारित रहेगी। बिलावल भुट्टो के बयान के बाद भारतीय नेताओं ने अपनी ताकत और दृढ़ नीतियों को ज़ाहिर किया है। भारत के सामने किसी भी प्रकार का आंतरराष्ट्रीय दबाव नहीं होगा, और सिंधु जल संधि को लेकर किसी भी तरह की बातचीत पाकिस्तान के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।