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Nvidia ने Apple और Microsoft को पीछे छोड़कर बनी सबसे मूल्यवान कंपनी

Nvidia ने Apple और Microsoft को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने का ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 3.92 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जो AI की बढ़ती मांग का परिणाम है। Nvidia के चिप्स का उपयोग प्रमुख टेक कंपनियों द्वारा AI मॉडल के प्रशिक्षण में किया जा रहा है। जानें कैसे Nvidia ने चार साल में अपनी वैल्यू को 500 बिलियन डॉलर से 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाया और इसके भविष्य की संभावनाएं क्या हैं।
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Nvidia ने Apple और Microsoft को पीछे छोड़कर बनी सबसे मूल्यवान कंपनी

Nvidia का ऐतिहासिक मुकाम


चिप निर्माण की दिग्गज कंपनी Nvidia ने Apple और Microsoft को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने का गौरव हासिल किया है। गुरुवार को Nvidia का बाजार पूंजीकरण 3.92 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो Apple के पिछले रिकॉर्ड 3.915 ट्रिलियन डॉलर और Microsoft के मौजूदा मूल्यांकन 3.7 ट्रिलियन डॉलर से कहीं अधिक है। यह Nvidia के लिए वैश्विक स्तर पर नंबर एक बनने का पहला अवसर है।


AI की बढ़ती मांग का असर

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती मांग ने Nvidia को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। निवेशकों का उत्साह AI के प्रति चरम पर है, और Nvidia इस क्षेत्र का प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरा है। कंपनी के उन्नत चिप्स बड़े AI मॉडल के प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस कारण, Microsoft, Amazon, Meta, Alphabet और Tesla जैसी प्रमुख टेक कंपनियां अपने AI डेटा सेंटर के लिए Nvidia के प्रोसेसर पर निर्भर हैं। इन कंपनियों की मांग ने Nvidia के चिप्स की बिक्री को आसमान छूने में मदद की है।


4 ट्रिलियन डॉलर की ओर

2021 में Nvidia की वैल्यू लगभग 500 बिलियन डॉलर थी, लेकिन चार साल में कंपनी ने आठ गुना वृद्धि दर्ज की है और अब 4 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को छूने के लिए तैयार है। यह वैल्यू कनाडा और मैक्सिको के शेयर बाजारों की कुल वैल्यू से भी अधिक है। इसके अलावा, Nvidia का मार्केट कैप ब्रिटेन में सूचीबद्ध सभी कंपनियों की कुल वैल्यू से भी बड़ा हो गया है।


शेयरों में वृद्धि

गुरुवार को Nvidia के शेयरों में 2.2% की वृद्धि हुई, जिससे यह 160.6 डॉलर प्रति शेयर पर पहुंच गया। इस वृद्धि ने कंपनी को अपने अमेरिकी टेक प्रतिद्वंद्वियों Apple और Microsoft से आगे बढ़ा दिया। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वैश्विक टैरिफ घोषणाओं के बाद 4 अप्रैल को शेयर बाजार में आई गिरावट से Nvidia ने शानदार वापसी की है, और कंपनी के शेयरों में उस समय के निचले स्तर से 68% से अधिक की वृद्धि हुई है।


AI बूम का लाभ

Nvidia को AI क्षेत्र में चल रही क्रांति का सबसे बड़ा लाभ मिल रहा है। कंपनी के चिप्स का उपयोग न केवल AI मॉडल के प्रशिक्षण में हो रहा है, बल्कि ये बड़े पैमाने पर डेटा सेंटर को भी शक्ति प्रदान कर रहे हैं। टेक कंपनियां अपने AI इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए अरबों डॉलर का निवेश कर रही हैं, और इस दौड़ में Nvidia का कोई मुकाबला नहीं है।


भविष्य की संभावनाएं

निवेशकों और बाजार विश्लेषकों का मानना है कि Nvidia की यह वृद्धि अभी थमने वाली नहीं है। AI तकनीक के विस्तार और डेटा सेंटर की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए कंपनी की विकास कहानी लंबे समय तक जारी रहने की उम्मीद है। Nvidia की इस उपलब्धि ने न केवल टेक उद्योग बल्कि वैश्विक निवेशकों का ध्यान भी आकर्षित किया है।