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PM Modi की मालदीव यात्रा: भारत-मालदीव संबंधों में नई ऊर्जा का संचार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा का संचार किया है। इस यात्रा के दौरान, मोदी ने भारत और मालदीव के बीच आर्थिक सहयोग की घोषणा की और स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया। उन्होंने दोनों देशों के संबंधों को ऐतिहासिक बताते हुए भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत दिए। जानें इस यात्रा के प्रमुख पहलुओं और मोदी के कार्यक्रम के बारे में।
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PM Modi की मालदीव यात्रा: भारत-मालदीव संबंधों में नई ऊर्जा का संचार

प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव दौरा

PM Modi Maldives Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में मालदीव की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। उन्हें यहां देश के 60वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस विशेष अवसर पर, पीएम मोदी ने भारत और मालदीव के बीच संबंधों को ऐतिहासिक और गहरे समुद्र के समान बताया। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय निवेश समझौते को शीघ्र अंतिम रूप दिया जाएगा और मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत शुरू हो गई है।


मालदीव यात्रा का महत्व

यह यात्रा कई दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, विशेषकर तब जब हाल के महीनों में भारत और मालदीव के संबंधों में तनाव देखा गया था। इस दौरे ने द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा का संचार किया है। पीएम मोदी ने मालदीव की जनता की आवश्यकताओं के अनुसार बुनियादी ढांचे के विकास के लिए बड़े आर्थिक सहयोग की घोषणा की।


PM Modi का कार्यक्रम

प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव यात्रा 26 जुलाई को समाप्त होगी। शुक्रवार को उनका कार्यक्रम सुबह 10:45 बजे शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने दोपहर 12:40 बजे तक मालदीव की प्रमुख हस्तियों से मुलाकात की। इसके बाद, उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से संवाद किया और स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया। शाम 6:15 बजे वे भारत के लिए रवाना होंगे।


भारत की आर्थिक सहायता

भारत सरकार ने इस यात्रा के दौरान मालदीव को 4,850 करोड़ रुपए (565 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की ऋण सहायता देने की घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा, "इस राशि का उपयोग मालदीव में बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं के लिए किया जाएगा, जो वहां की जनता की जरूरतों से संबंधित होंगी।" यह आर्थिक सहयोग द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


भारत-मालदीव संबंधों में सुधार

प्रधानमंत्री मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के बीच व्यापार, रक्षा और समुद्री सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद 'इंडिया आउट' अभियान के कारण भारत के साथ संबंधों में तनाव उत्पन्न हुआ था। लेकिन इस मुलाकात ने संकेत दिया है कि अब दोनों देशों के रिश्ते फिर से सामान्य हो रहे हैं।


ऐतिहासिक संबंधों की पुष्टि

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत और मालदीव के संबंधों को ऐतिहासिक बताया और कहा, "हमारे संबंधों की जड़ें इतिहास से भी पुरानी हैं और सागर जितनी गहरी हैं।" यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ स्थायी और सामरिक साझेदारी को हमेशा प्राथमिकता देता है।