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PM मोदी और ट्रंप की बातचीत: आतंकवाद से लेकर वैश्विक मुद्दों तक की चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में हुई बातचीत में ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवाद, और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव पर चर्चा की गई। ट्रंप ने मोदी को अमेरिका आने का निमंत्रण दिया, जिसे मोदी ने अस्वीकार कर दिया। इस वार्ता में भारत की आतंकवाद नीति और वैश्विक मुद्दों पर भी गहन चर्चा हुई, जिसमें इजराइल-ईरान और रूस-यूक्रेन संघर्ष शामिल थे। जानें इस महत्वपूर्ण वार्ता के सभी पहलुओं के बारे में।
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PM मोदी और ट्रंप की बातचीत: आतंकवाद से लेकर वैश्विक मुद्दों तक की चर्चा

महत्वपूर्ण वार्ता का सारांश

हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक महत्वपूर्ण वार्ता हुई, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव, आतंकवाद और अन्य वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा की गई। यह बातचीत लगभग 35 मिनट तक चली, जिसकी पुष्टि विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने की। ट्रंप ने पीएम मोदी को कनाडा से अमेरिका आने का निमंत्रण दिया, जिसे मोदी ने अपने व्यस्त कार्यक्रम के कारण अस्वीकार कर दिया।


भारत-पाकिस्तान संवाद पर स्पष्टता

इस बातचीत में, पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। उन्होंने ट्रंप को बताया कि पाकिस्तान की सेना ने भारत से सीजफायर की अपील की थी, और यह निर्णय दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीधी बातचीत से हुआ। भारत ने अमेरिका की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं किया और न ही व्यापारिक समझौतों पर चर्चा की गई।


सीधी बातचीत का महत्व

प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संवाद केवल सेनाओं के बीच होता है, और अमेरिका की भूमिका इस मामले में नहीं रही। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब आतंकवाद को 'प्रॉक्सी वॉर' नहीं मानता, बल्कि इसे 'सीधा युद्ध' मानकर कार्रवाई कर रहा है।


ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण

हालांकि पीएम मोदी ने ट्रंप के अमेरिका दौरे का निमंत्रण अस्वीकार किया, लेकिन उन्होंने उन्हें आगामी क्वाड (QUAD) बैठक के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे ट्रंप ने स्वीकार कर लिया। ट्रंप ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करते हुए इसे वैश्विक सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया।


वैश्विक मुद्दों पर चर्चा

बातचीत में इजराइल-ईरान संघर्ष और रूस-यूक्रेन युद्ध की स्थिति पर भी चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने सहमति जताई कि सभी संघर्षों का समाधान सीधी बातचीत और शांति से किया जा सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक शांति में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रकार, मोदी-ट्रंप की यह बातचीत न केवल भारत की आतंकवाद नीति को स्पष्ट करती है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की सक्रिय कूटनीति को भी दर्शाती है।