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Trump की भारत नीति पर डेमोक्रेट सांसदों की तीखी प्रतिक्रिया: क्या अमेरिका की सुरक्षा खतरे में है?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत नीति पर डेमोक्रेटिक सांसदों ने तीखी आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि ट्रंप ने भारत को रूस और चीन के करीब लाकर अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। सांसदों का कहना है कि ट्रंप का व्यवहार न केवल अमेरिका की वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि इससे तानाशाही प्रवृत्तियों वाले देशों को भी बल मिल रहा है। इस बयान ने ट्रंप की रणनीति और वैश्विक नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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Trump की भारत नीति पर डेमोक्रेट सांसदों की तीखी प्रतिक्रिया: क्या अमेरिका की सुरक्षा खतरे में है?

Trump की भारत नीति पर उठे सवाल

Trump India Policy: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत के प्रति नीति पर अब अमेरिका में गंभीर आलोचना हो रही है। तीन प्रमुख डेमोक्रेटिक सांसदों ने ट्रंप की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा है कि उन्होंने भारत जैसे महत्वपूर्ण सहयोगी को रूस और चीन के करीब लाकर अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का प्रयास किया है। न्यूयॉर्क, वाशिंगटन और कनेक्टिकट के डेमोक्रेट सांसदों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि ट्रंप का व्यवहार न केवल अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि इससे तानाशाही प्रवृत्तियों वाले देशों को भी प्रोत्साहन मिल रहा है। इस बयान ने ट्रंप की रणनीति और वैश्विक नेतृत्व क्षमता पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।


डेमोक्रेट सांसदों का आरोप

डेमोक्रेटिक पार्टी के तीन प्रमुख सांसद, ग्रेगरी डब्ल्यू. मीक्स (विदेश मामलों की समिति), एडम स्मिथ (सशस्त्र सेवा समिति) और जिम हिम्स (खुफिया समिति), ने अपने बयान में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर कर रहे हैं और दुनिया को और भी खतरनाक बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने भारत जैसे रणनीतिक साझेदार पर भारी टैरिफ लगाकर उसे चीन और रूस के पाले में धकेलने का काम किया है। भारत पर टैरिफ लगाकर अमेरिका ने खुद को नुकसान पहुंचाया है।


पुतिन को ट्रंप का रेड कार्पेट पर स्वागत

सांसदों ने ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई शिखर वार्ता को भी घातक करार दिया। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने पुतिन के लिए सचमुच रेड कार्पेट बिछाया और सहयोगियों पर भारी टैरिफ लगाकर अमेरिका को कमजोर किया है। बयान में आरोप लगाया गया कि ट्रंप प्रशासन की शुरुआत से ही वह पुतिन का समर्थन करते आए हैं। ट्रंप ने पुतिन की हर बात को मान लिया है और रूस के आक्रमण के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की और यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। सांसदों का मानना है कि ट्रंप के इस रवैये से रूस को और अधिक आक्रामक बनने का अवसर मिला है, जिसका असर वैश्विक शांति पर पड़ रहा है।