अंबाला की शिक्षिका ज्योति जिंदल को मिला मालती ज्ञानपीठ पुरस्कार

ज्योति जिंदल की उपलब्धि
अंबाला की मिट्टी ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा को साबित किया है। शहर की विज्ञान शिक्षिका ज्योति जिंदल ने शिक्षा के क्षेत्र में अपने अद्वितीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित मालती ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त किया है।
सम्मान समारोह का आयोजन
यह पुरस्कार नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा प्रदान किया गया। इस उपलब्धि के साथ, ज्योति हरियाणा की पहली शिक्षिका बन गई हैं, जिन्हें यह सम्मान मिला है। उनकी इस सफलता ने न केवल अंबाला, बल्कि पूरे हरियाणा को गर्वित किया है।
पुरस्कार की विशेषताएँ
29 मई को आयोजित इस समारोह में पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी उपस्थित थे। ज्योति को इस पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये की नकद राशि, एक प्रमाण पत्र और एक विशेषता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। यह पुरस्कार शिक्षा, सामाजिक सेवा और राष्ट्रीय निर्माण में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को दिया जाता है।
ज्योति का योगदान
ज्योति जिंदल अंबाला के एस ए जैन सीनियर मॉडल स्कूल में विज्ञान शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार के लिए देशभर से केवल पांच शिक्षकों का चयन किया जाता है, जिसमें एक लिखित परीक्षा और सख्त चयन प्रक्रिया शामिल होती है।
परिवार और छात्रों का समर्थन
ज्योति ने इस प्रक्रिया में उत्कृष्टता से प्रदर्शन करते हुए हरियाणा का नाम रोशन किया। उनके परिवार, स्कूल और पूरे शहर में उनकी इस उपलब्धि पर खुशी का माहौल है। स्थानीय लोग और उनके छात्र उनकी सफलता को प्रेरणा के रूप में देख रहे हैं।
प्रेरणा का संदेश
ज्योति ने अपनी सफलता का श्रेय अपने छात्रों, सहकर्मियों और परिवार को दिया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान उनके लिए एक जिम्मेदारी है, जो उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगा। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल शिक्षकों, बल्कि युवाओं को भी यह संदेश दिया है कि मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
समाज में सकारात्मक बदलाव
अंबाला के निवासियों से अनुरोध है कि वे ऐसी प्रेरणादायक कहानियों को साझा करें ताकि समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।