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अखिलेश यादव की मस्जिद यात्रा पर राजनीतिक विवाद

संसद भवन के पास स्थित एक मस्जिद में अखिलेश यादव और डिंपल यादव की उपस्थिति ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। भाजपा ने इसे राजनीतिक बैठक करार दिया और डिंपल के पहनावे पर सवाल उठाए। सपा ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे भाजपा की ध्यान भटकाने की कोशिश बताया। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और नेताओं की प्रतिक्रियाएं।
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अखिलेश यादव की मस्जिद यात्रा पर राजनीतिक विवाद

अखिलेश यादव की मस्जिद यात्रा पर विवाद

अखिलेश यादव की मस्जिद यात्रा: संसद भवन के निकट स्थित एक मस्जिद में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव और सांसद डिंपल यादव की हालिया उपस्थिति ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस दौरे को राजनीतिक बैठक करार दिया है और डिंपल यादव के पहनावे पर भी सवाल उठाए हैं। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने इसे धार्मिक मर्यादाओं का उल्लंघन बताया है।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जमाल सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि मस्जिद को “सपा का अनौपचारिक कार्यालय” बना दिया गया है। उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव संसद के सामने वाली मस्जिद में गए थे, जहां सपा सांसद नदवी इमाम हैं। हम इसकी निंदा करते हैं। मस्जिद में राजनीतिक बैठक क्यों आयोजित की गई?”


मस्जिद की आचार संहिता का उल्लंघन

मस्जिद की आचार संहिता के खिलाफ


सिद्दीकी ने डिंपल यादव की तस्वीर को लेकर कहा, “तस्वीर में डिंपल यादव ब्लाउज में बैठी हैं, उनकी पीठ और पेट दिख रही है। उन्होंने सिर पर दुपट्टा नहीं लिया था। यह मस्जिद की आचार संहिता के खिलाफ है और इससे इस्लामिक भावनाएं आहत हुई हैं।”


उपमुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की प्रतिक्रिया


सिद्दीकी ने यह भी चेतावनी दी कि भाजपा 25 जुलाई को उसी मस्जिद में राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान के साथ एक बैठक करेगी। इसके साथ ही FIR दर्ज कराने की बात भी कही। इस पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, “सपा बार-बार संविधान का उल्लंघन करती है। धर्मस्थलों का राजनीतिक उपयोग असंवैधानिक है। उन्हें संविधान पर विश्वास नहीं है।”


सपा का खंडन

सपा ने सभी आरोपों को किया खारिज


हालांकि, सपा ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह भाजपा की ओर से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश है। डिंपल यादव ने कहा, “हमें हमारे सांसद इमाम नदवी जी ने आमंत्रित किया था। हम किसी राजनीतिक बैठक के लिए नहीं गए थे। भाजपा असली मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है।” अखिलेश यादव ने भी जवाबी हमला करते हुए कहा, “भाजपा को यह पसंद नहीं कि धर्म एकजुट करे। वह केवल विभाजन चाहती है।”


सपा सांसद की टिप्पणी

सपा सांसद जिया उर रहमान की प्रतिक्रिया


सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा, “संसद या सांसदों के आवास में बैठकें होती हैं, मस्जिद में क्यों करेंगे?” उन्होंने डिंपल यादव के पहनावे पर कहा, “उनका सिर ढका था, शायद फोटो के समय दुपट्टा सरक गया हो।” कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी भाजपा की आलोचना करते हुए कहा, “इमाम भी सांसद हैं। डिंपल जी भारतीय संस्कृति में थीं। भाजपा मानसिक दिवालियापन का शिकार हो गई है।”